पास के एक गांव में कुछ स्थानीय लोगों द्वारा सेना की वर्दी पहने दो लोगों को संदिग्ध तरीके से देखे जाने की सूचना देने के बाद सुरक्षा बल चौकस हैं और यहां के तिबरी सैन्य छावनी इलाके में और उसके पास एक तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। पुलिस ने बताया कि तिबरी छावनी इलाके के पास के क्षेत्र की घेराबंदी कर दी गई है और तलाशी जारी है, लेकिन अब तक एजंसियों ने कोई भी ‘संदिग्ध गतिविधि’ नहीं देखी है।

गुरदासपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) गुरप्रीत सिंह तूर ने कहा, ‘(किसी भी संदिग्ध व्यक्ति की) कोई गतिविधि नहीं देखी गई। सुरक्षा एजंसियों ने तिबरी छावनी के पश्चिम के आसपास के इलाके की घेरेबंदी कर दी है। करीब से नजर रखी जा रही है और गहन जांच जारी है।’ उन्होंने स्थिति के नियंत्रण में होने की बात करते हुए कहा, ‘सुरक्षाकर्मी इलाके में, आसपास सभी वाहनों और लोगों की जांच कर रहे हैं।’ तूर ने कहा कि गुरदासपुर और पठानकोट दोनों सीमाई जिले हाई अलर्ट पर हैं। उन्होंने कहा, ‘हम कोई भी खतरा नहीं मोल ले रहे’ और इलाके की सही तरीके से जांच की जाएगी।

बुधवार को गुरदासपुर जिले के एक गांव के लोगों ने दो व्यक्तियों के सेना की वर्दी में संदिग्ध स्थिति में देखे जाने की सूचना दी थी। पुलिस के अनुसार कुछ ग्रामीणों ने सूचना दी कि उन्होंने तिबरी में दो व्यक्तियों को सेना की वर्दी में देखा था।

पंधेर गांव का किसान सतनाम सिंह यह दावा करने वाला पहला व्यक्ति था। उसने कहा था कि उसने खेत में काम करते समय तिबरी में दो संदिग्ध लोगों को देखा था। पंधेर तिबरी छावनी से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर है। यह सूचना मिलने के तत्काल बाद पुलिस ने सेना को खबर दी और साझा तलाशी अभियान शुरू कर दिया गया। अधिकारियों ने कहा कि ऐसी भी खबरें हैं कि पांच आतंकवादी गुरदासपुर और पठानकोट के सीमावर्ती इलाकों में दाखिल हो गए हैं। अधिकारियों का कहना है कि सेना के प्रतिष्ठानों को अलर्ट कर दिया गया है। बीते शनिवार को सेना की वर्दी में आए छह आतंकवादियों ने पठानकोट स्थित वायुसेना स्टेशन पर हमला किया था जिसके बाद शुरू हुई मुठभेड़ चार दिनों तक चली। पाकिस्तानी आतंकवादियों ने पिछले साल जुलाई महीने में गुरदासपुर को निशाना बनाया था। उस वक्त थाने पर हमला किया गया था।

शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा: पठानकोट में देश के सामरिक वायुसेना अड्डे पर आतंकी हमले के दौरान सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए चार आतंकवादियों के शवों को गुरुवार को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है, जबकि पूरे वायुसेना अड्डे की छानबीन के लिए किया जा रहा तलाशी अभियान अपने आखिरी चरण में है।

हमले में शामिल सभी छह आतंकी मारे गए हैं। यह मुठभेड़ शनिवार तड़के शुरू हुई थी। चार आतंकियों के पूरे शव मिले जबकि अन्य दो के शव टुकड़ों में थे। अधिकारियों ने कहा कि चार आतंकियों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए यहां के सिविल अस्पताल लाया गया है। उन्होंने कहा कि चार डॉक्टरों की एक टीम उनका पोस्टमार्टम करेगी।

इस बीच, वायुसेना अड्डे को पूरी तरह से साफ करने के लिए चल रहा अभियान आज भी जारी रहा। पठानकोट के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आरके बख्शी ने कहा, ‘पूरे क्षेत्र में हमारा काम प्रगति पर है।’ सुरक्षा अधिकारियों ने कहा कि तलाशी अभियान अग्रिम अड्डे पर जारी रहेगा जहां पर सात सुरक्षा कर्मी और छह आतंकी मारे गए थे।

रक्षा मंत्री पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं ‘अब अंदर कोई संदिग्ध आतंकवादी नहीं है। फिर भी जब तक तलाशी अभियान पूरा नहीं हो जाता मैं कोई नकारात्मक रिपोर्ट नहीं दूंगा।’ उन्होंने कहा कि तलाशी अभियान सुरक्षा कारणों से चलाया जा रहा है क्योंकि वहां पर जिंदा और बिना विस्फोट हुए बमों के अलावा गोलियां भी हैं।