एक ‘नियमित ट्रेनिंग’ के दौरान सेना के एक जवान की मौत हो गई जिसके बाद उसके कुछ साथियों ने ट्रेनिंग कैंप में कैप्टन से हाथापाई की। सेना ने बगावत की बात से इनकार करते हुए कहा है कि रिक्रूट की मौत के बाद 4-5 जवान भावुक हो गए और आक्रोश में आ कर कैप्टन पर हमला कर दिया। कैंप के भीतर बगावत जैसे कोई हालात नहीं हैं। सेना ने कहा कि जवान कि मौत एक नियमित प्रशिक्षण गतिविधि के दौरान हुई।

एक अधिकारी ने बताया, “जवान ने एक रूट मार्च से पहले सीने में दर्द की शिकायत की थी और यूनिट मेडिकल अधिकारी ने जांच में उसे फिट पाया। हालांकि मार्च के दौरान वह गिर गया और एंबुलेंस में अस्पताल ले जाते समय उसने दम तोड़ दिया।”

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सेना की ओर से जारी किए गए बयान में कहा गया कि जवान की मौत के बाद उसके आक्रोशित साथियों द्वारा की गई हाथापाई में एक जवान घायल हुआ है। बयान में कहा गया कि कैंप में विद्रोह जैसे हालात नहीं हैं। एक सेना अधिकारी ने बताया कि जवान की मौत के बाद उसके कुछ साथी भावुक हो गए और अपने उच्चाधिकारियों पर हमला कर दिया।