मस्जिदों में लाउड स्पीकर हटाने को लेकर चल रहे विवाद के बीच गायिका अनुराधा पौडवाल ने कहा है कि खाड़ी देशों में भी ये बैन हैं तो यहां क्यों। उन्होंने कहा, मैं किसी धर्म के खिलाफ नहीं हूं, लेकिन कई चीजों को अनावश्यक बढ़ावा दिया जाता है। बड़े-बड़े लाउड स्पीकर में वो (अजान) चलाया जाता है। फिर दूसरे लोगों को लगता है कि हम अपना क्यों ना चलाएं।

उन्होंने आगे कहा, मैं मिडिल-ईस्ट कंट्रीज में भी जा चुकी हूं। आपको ये कहीं नहीं सुनाई देता है। वहां प्रतिबंधित है। तो फिर यहां पर क्यों? अगर यहां पर वो चलता है किसी ने सोचा फिर हम हनुमान चालीसा चलाएंगे। फिर एक से एक चीज बढ़ती जाती है तो ये बहुत बुरी स्थिति है। हमें सही सोचना चाहिए।

लोगों ने जताया समर्थन
अनुराधा पौडवाल के इस बयान पर कई लोगों ने अपना समर्थन जताया है। एक यूजर ने कहा कि मैं आपकी बात से पूरी तरह सहमत हूं। हमारी भक्ति और प्रार्थना पूरी तरह से व्यक्तिगत है। इससे किसी और को परेशानी नहीं होनी चाहिए। वहीं एक अन्य ने कहा कि आपके इस बयान का पूरे देश के राजनेताओं के ऊपर दबाव पड़ेगा और वे इस पर कदम उठा सकेंगे। एक यूजर ने कहा कि सभी सेलेब्रिटीज को इसी तरह खुलकर सामने आना चाहिए।

एक और यूजन ने अपना समर्थन जताते हुए कहा कि जी हां हम सभी सही सोचने और करने के योग्य हैं। यही हमारी ताकत है। जिनकी सोच गलत है वो हमेशा गलत करते हैं और कर रहे हैं। यही बात अनावश्यक लाउड स्पीकर पर भी लागू होती है।

जानें कैसे शुरू हुआ था ये विवाद
शनिवार (3 अप्रैल) को गुड़ी पड़वा के अवसर पर राज ठाकरे ने कहा था कि यदि मस्जिदों से लाउड स्पीकर नहीं हटाए गए तो उनकी पार्टी मनसे के कार्यकर्ता मस्जिदों के सामने हनुमान चालीसे बजाएंगे। इसके बाद राज्य के कई इलाकों में पार्टी कार्यकर्ताओं ने मस्जिदों के सामने हनुमान चालीसा बजाना शुरू कर दिया था।