महाराष्ट्र में चुनाव प्रचार खत्म हो चुका है लेकिन सियासत अभी खत्म नहीं हुई है। नागपुर में एनसीपी शरद पवार गुट के बड़े नेता अनिल देशमुख पर अज्ञात लोगों ने हमला किया है। न्यूज एजेंसी ANI द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, अनिल देशमुख ने आरोप लगाया है कि काटोल विधानसभा क्षेत्र के काटोल जलालखेड़ा रोड पर कुछ लोगों ने उनकी कार पर पथराव किया। इस दौरान वह चोटिल हो गए।

न्यूज एजेंसी ANI द्वारा जारी की गई तस्वीर में अनिल देशमुख के माथे से खून निकलता दिखाई दे रहा है। अनिल देशमुख को घटना के बाद पास के अस्पताल ले जाया गया है। आपको बता दें कि अनिल देशमुख का बेटा सलिल काटोल विधानसभा सीट से एनसीपी शरद पवार गुट से चुनाव लड़ रहा है।

Dharavi Redevelopment Project: क्या सच में अडानी को ट्रांसफर हो जाएगी धारावी की जमीन? जानें कितना खास और कीमती है यह प्रोजेक्ट

Katol Vidhansabha में किस-किस के बीच मुकाबला?

महाराष्ट्र की काटोल विधानसभा सीट पर कुल 17 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। इन उम्मीदवारों में एनसीपी शरद पवार गुट के सलील देशमुख के अलावा एनसीपी अजित पवार गुट के अनिल शंकरराव देशमुख, बीजेपी से चरणसिंह बाबूलालजी ठाकुर, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना से सागर अरुण दुधाने, वंचित बहुजन अघाड़ी से विवेक रामचंद्र गायकवाड़ चुनाव लड़ रहे हैं।

काटोल विधानसभा चुनाव परिणाम / Katol Assembly Constituency Election Result

काटोल विधानसभा सीट पर साल 2014 का विधानसभा चुनाव छोड़ दिया जाए तो यहां 1995 से लगातार अनिल देशमुख चुनाव जीत रहे हैं। इस बार यहां उनका बेटे चुनाव मैदान में है। साल 1995 में अनिल देशमुख ने बतौर निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव जीता था। इसके बाद वह 1999, 2004, 2009 और 2019 में एनसीपी के टिकट पर चुनाव जीते।

पिछले चुनाव में अनिल देशमुख ने काटोल विधानसभा सीट पर बीजेपी के चरणसिंह बाबूलालजी ठाकुर को चुनाव मैदान में मात दी थी। इस चुनाव में अनिल देशमुख को 96,842 वोट हासिल हुए थे जबकि बीजेपी के चरणसिंह ठाकुर को 79785 वोट मिले। इस बार क्योंकि यहां अजित पवार गुट ने भी प्रत्याशी उतारा है, ऐसे में यहां अनिल देशमुख के बेटे की राह कठिन हो सकती है। यहां बीजेपी ने फिर से चरणसिंह बाबूलालजी ठाकुर पर भरोसा जताया है। साल 2014 में इस सीट पर बीजेपी के डॉ. आशीष देशमुख ने अनिल देशमुख को करीब साढ़े पांच हजार वोटों से हराया था।