सऊदी अरब में स्थित तेल कुंओं पर हुए हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में भारी इजाफा देखा जा रहा है। ऐसी स्थिति में भारतीय बाजार का भी मनोबल हिला हुआ है। मंगलवार का इसका असर बाजार पर काफी नकारात्मक देखा गया है। लगातार बढ़ती बिकवाली के चलते बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का इंडेक्स सेंसेक्स 650 अंक से ज्यादा धराशाई हो गया। उस वक्त सेंसेक्स 666.59 अंकों की गिरावट के साथ 36,456.72 प्वाइंट्स पर करोबार किया। वहीं, निफ्टी करीब 190 अंकों की गिरावट के साथ 10,813 पर बना रहा।

इस दौरान सभी सेक्टोरल इंडेक्सेस लाल निशान पर आ गए। स्थिति ऐसी रही कि ऑटो से लेकर बैंकिंग और अन्य दूसरे सेक्टर प्रभावित दिखाई दिए। ऑटोइंडेक्स में 1.75% की गिरावट देखी गई। वहीं, शेयरों की बात की जाए तो सेंसेक्स पर टाइटन, यूपीएल और गेल के शेयरों में बढ़त दिखाई दी। बाजार के जानकार इसे सऊदी के तेल कुओं पर हुए ड्रोन हमले का नतीजा बता रहे हैं। क्योंकि, कच्चे तेल की सप्लाई में कमी को देखते हुए ब्रेंट क्रूड के दाम में काफी उछाड़ देखा गया। वैश्विक संकेतों पर गौर करें तो सूचकांकों पर भी बिकवाली का जोर देखने को मिला। सोमवार को डाउ जोन्स में 0.5 फीसदी की गिरावट देखी गई। जबकि, एशियाई बाजारों में भी गिरावट का दौर जारी रहा। हैंगसैंग और शांघाई कंपोजिट इंडेक्सेस 1.7& नीचे थे।

भारतीय बाजारों की बात करें तो निफ्टी ऑटो इंजेक्स मंगलवार को 2.3 फीसदी नीचे काम कर रहा था। गिरावट की सबसे ज्यादा मार हीरो मोटोकॉर्प पर देखी गई। गौरतलब है कि बाजार में फेड रिजर्व की बैठक से पहले रेट कट की अटकलों को लेकर भी बाजार में नकारात्मक सेंटिमेंट है। बाजार के जानकार ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद कर रहे हैं, लेकिन यह भी कहा जा रहा है कि केंद्रीय बैंक कुछ आंकड़े आने के बाद फैसले लेगा।