अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की कैंटीन में बीफ बिरयानी को लेकर मचे बवाल के बाद से अलीगढ की मेयर शकुंतला भारती चर्चा में है। शकुंतला ने ही एएमयू कैंटीन में बीफ बिरयानी की शिकायत की थी। हालांकि एएमयू प्रशासन का कहना था कि यह भैंस का मीट था न कि गाय का। भारती इस पर कैंटीन मीनू की फोटो दिखाती है जिसमें बीफ बिरयानी लिखा है। वो कहती हैं, ‘बीफ का क्या मतलब है। कोई भी इंटरनेट पर देख सकता है।’ कॉन्ट्रेक्ट पूरा होने के चलते 23 फरवरी से कैंटीन बंद है।
भारती ने कहा, ‘अगर गाय का मांस नहीं बेचा जा रहा था तो कैंटीन को क्यों बंद करना पड़ा। सच यह है कि इसे बंद करने से पता चलता है कि कुछ गलत चल रहा था।’ वहीं अलीगढ़ के एसएसपी जे रविंदर गौड़ ने बताया, ‘ जब पुलिस टीम कैंटीन में गई तो वहां ऐसा कोई बोर्ड नहीं था। पूछताछ में सामने आया कि ऐसी कोई चीज नहीं थी। केस बंद हो चुका है।’ कैंटीन चलाने वाले आसिफ अहमद ने बताया कि बीफ बिरयानी में भैंस का मीट था।
वहीं भारती ने उत्तर प्रदेश सरकार पर अल्पसंख्यकों पर नरम रूख अपनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘वोट बैंक बचाने के लिए वे मुगलराज लाना चाहतेे हैं।’ भारती ने बताया कि उनके दो ही लक्ष्य हैं, पहला गायों को हत्या से और दूसरा, हिंदू लड़कियों को लव जिहाद से बचाना।