नेताजी सुभाष चंद्र को लेकर कई मौकों पर देश की सियासत में उबाल आता है। एक बार फिर उनका नाम सुर्खियों में है, लेकिन इस बार जिक्र किसी नेता ने नहीं बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने किया है। उनकी तरफ से एक कार्यक्रम में जोर देकर कहा गया है कि नेताजी अगर होते तो देश का बंटवारा कभी नहीं होता। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि सुभाष चंद्र बोस, महात्मा गांधी को चुनौती देने का साहस रखते थे।

डोभाल का नेताजी को लेकर खुलासा

जानकारी के लिए बता दें कि अजित डोभाल नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेमोरियल में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने गए थे। वहां पर अपनी स्पीच के दौरान उन्होंने नेताजी की जिंदगी के कई किस्सों का जिक्र किया। डोभाल ने कहा कि कोई भी नेताजी के प्रयासों पर शक नहीं करसकता है, इस मामले में तो महात्मा गांधी भी उनके प्रशंसक थे। लेकिन ये इतिहास उनके कामों के प्रति उदार नहीं रहा है, काफी निर्दयी रहा है। मुझे खुशी है कि पीएम मोदी इसे बदलने की कोशिश कर रहे हैं।

अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए डोभाल कहते हैं कि अगर नेताजी जीवित होते तो वे कभी भी भारत का बंटवारा नहीं होने देते। उनके मन में सिर्फ एक विचार था, अंग्रेजों से लड़ूंगा, आजादी की भीख नहीं मांगूंगा। उनमें महात्मा गांधी को चुनौती देने का भी साहस था। ऐसे कम ही लोग होते हैं जो धारा के विपरती बहना जानते हैं, ऐसा करना कभी आसान नहीं होता।

कांग्रेस ने साधा निशाना

अब अजित डोभाल के इस बयान से कांग्रेस खफा हो गई है। जयराम रमेश ने कहा है कि वैसे तो अजित डोभाल ज्यादा नहीं बोलते हैं, लेकिन अब हम कह सकते हैं कि वे डिस्टोरियन की भीड़ का एक हिस्सा बन गए हैं। मैं उन्हें Rudrangshu Mukherjee की 2015 की एक किताब की कॉपी भेज रहा हूं। उन्हें असल इतिहास के बारे में पता होना चाहिए।