Ahmedabad Air India Plane Crash: अहमदाबाद में हुए एअर इंडिया हादसे पर आई AAIB की प्रारंभिक रिपोर्ट आने के बाद डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन ने एयरलाइंस के लिए बड़ा आदेश जारी किया है। डीजीसीए ने भारत में रजिस्टर्ड सभी बोइंग के विमानों के फ्यूल कंट्रोल स्विच की जांच होगी। साथ ही ऑपरेटरों को सलाह दी है कि वे जांच पूरी होने के बाद रिपोर्ट सौंपे।
एसएआईबी में कई विमान मॉडलों के बारे में बताया गया है। इनमें इंडियन एयरलाइंस की तरफ से संचालित किए जा रहे मॉडल 787 और 737 के वेरिएंट शामिल हैं। एअर इंडिया 787 विमानों का संचालन करती है, जबकि एयर इंडिया एक्सप्रेस, अकासा एयर और स्पाइसजेट 737 के अलग-अलग वेरिंएट्स का संचालन करती है। एअर इंडिया बोइंग 777 विमान भी संचालित करती है, लेकिन SAIB में उनके बारे में नहीं बताया गया था और इसलिए वे इस DGCA आदेश के दायरे में नहीं आते।
एक्सपर्ट ने क्या कहा?
AAIB की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में कहा गया है कि एअर इंडिया का विमान तब दुर्घटनाग्रस्त हुआ जब उसके दोनों इंजनों में फ्यूल की कमी हो गई क्योंकि उड़ान भरने के कुछ ही पलों के अंदर दो फ्यूल कंट्रोल स्विच रन से कटऑफ स्थिति में चले गए। एक्सपर्ट का कहना है कि विमान के इंजन को फ्यूल की आपूर्ति स्टार्ट करने और बंद करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले स्विचों का आकस्मिक तरीके से हिलना पूरी तरह से संभव नहीं हैं। स्प्रिंग-लोडेड स्विचों की सिक्योरिटी के लिए दोनों तरफ ब्रैकेट लगे होते हैं और लॉकिंग मैकेनिज्म के लिए पायलटों को स्विच को उसकी दो स्थितियों रन और कटऑफ के बीच ले जाने से पहले ऊपर उठाना पड़ता है।
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क्या होता है फ्यूल कंट्रोल स्विच?
फ्यूल कंट्रोल स्विच के बारे में आसान शब्दों में कहें तो जब इंजन में जो फ्यूल की सप्लाई होती है उसे रेगुलेट करने का काम ही फ्यूल कंट्रोल स्विच करता है। एक विमान में क्योंकि दो इंजन होते हैं, ऐसे में फ्यूल कंट्रोल स्विच भी दो ही रहते हैं। किसी भी विमान में इन स्विच का इस्तेमाल स्टार्ट या फिर शटडाउन के दौरान करता है। इमरजेंसी स्थिति में तो इंजन बंद और फिर तुरंत शुरू करने के लिए भी इसी स्विच का इस्तेमाल होता है। पूरी डिटेल पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…