एअर इंडिया का लंदन जा रहा विमान गुरुवार दोपहर अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरने के कुछ ही मिनट बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी सहित 242 यात्री और चालक दल के 12 सदस्य सवार थे, जब यह एक मेडिकल कॉलेज परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस त्रासदी में केवल एक व्यक्ति जीवित बच सका। एयरपोर्ट के पास स्थित बीजे मेडिकल कॉलेज परिसर में दुर्घटनाग्रस्त विमान का मलबा गिरने से मारे गए लोगों में चार एमबीबीएस छात्र और एक डॉक्टर की पत्नी भी शामिल थे।

उड़ान भरने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हुए बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान 2011 से सर्विस में है। यह इस लंबी दूरी के विमान की पहली दुर्घटना है। बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर को आधुनिक और ईंधन कुशल होने के लिए जाना जाता है। हालांकि, हाल के सालों में विमान को कई समस्याओं का सामना करना पड़ा है जिसमें सुरक्षा मुद्दे, खराब क्वालिटी और पार्ट्स शामिल हैं। इस दुर्घटना ने एक बार फिर बोइंग और उसके ड्रीमलाइनर विमानों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। आइए जानते हैं बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर के बारे में सब कुछ।

बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर की पहली उड़ान दिसंबर, 2009 में हुई थी

बोइंग 787-8, 787 ड्रीमलाइनर परिवार का पहला संस्करण है। इसे आधिकारिक तौर पर 2004 में लॉन्च किया गया था, इसकी पहली उड़ान 15 दिसंबर, 2009 को हुई थी और अक्टूबर 2011 में ऑल निप्पॉन एयरवेज (एएनए) के साथ इसकी कमर्शियल सर्विस में एंट्री हुई। 787-8 में आमतौर पर 210 से 248 यात्री बैठते हैं। विश्वभर में बोइंग 787 के 1,148 मॉडल सर्विस में हैं, जिनकी औसत आयु 7.5 साल है। 787-8 दो उच्च-बाईपास टर्बोफैन इंजनों द्वारा संचालित है। ये इंजन 53,000 से 75,000 पाउंड तक का थ्रस्ट प्रदान करते हैं और बोइंग 767 जैसे पुराने मॉडलों की तुलना में विमान की लगभग 20% बेहतर फ्यूल एफ़िशिएन्सी में देते हैं।

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बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर से जुड़े विवाद

बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर को कई विवादों का भी सामना करना पड़ा है, जो मुख्य रूप से मैन्यूफैक्चरिंग क्वालिटी और सुरक्षा चिंताओं से संबंधित हैं। 2019 के आसपास से, बोइंग अपने नॉर्थ चार्ल्सटन प्लांट में महत्वपूर्ण गुणवत्ता मुद्दों के लिए जांच के दायरे में है। इन समस्याओं में ढीली सीटें, अनुचित तरीके से लगाए गए पिन, नट और बोल्ट पूरी तरह से कड़े नहीं किए गए और असुरक्षित ईंधन-लाइन क्लैंप शामिल हैं, जिसके कारण केएलएम जैसी एयरलाइनों ने मैन्यूफैक्चरिंग स्टैंडर्ड की आलोचना करते हुए कहा कि वे स्वीकार्य मानकों से बहुत नीचे हैं।

बोइंग की मुश्किलें और भी बढ़ गईं जब इतालवी अधिकारियों ने 787 के निर्माण में इस्तेमाल होने वाले घटिया टाइटेनियम और एल्युमीनियम मिश्रधातु उपलब्ध कराने के आरोप में दो एयरोस्पेस आपूर्तिकर्ताओं के खिलाफ आपराधिक जांच शुरू की। हाल के सालों में 787-8 से जुड़ी तकनीकी खराबी जैसे हाइड्रोलिक लीक, फ्लैप संबंधी समस्याएं और इमरजेंसी लैंडिंग की कई रिपोर्टें आई हैं। इन घटनाओं ने मैन्यूफैक्चरिंग क्वालिटी और रखरखाव के बारे में चिंताएं पैदा की हैं।

बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर से जुड़ी हाल की घटनाएं

यूनाइटेड एयरलाइंस की उड़ान UA613 की घटना (24 जनवरी, 2025)- यूनाइटेड एयरलाइंस बोइंग 787-8 को कोटे डी आइवर के ऊपर से उड़ान भरते समय अचानक दोनों इनर्शियल रेफरेंस यूनिट (IRU) फेल हो गए थे। इससे विमान की ऊंचाई में बहुत ज़्यादा बदलाव हुआ, जिससे विमान में सवार 38 लोग घायल हो गए (जिनमें से 16 गंभीर रूप से घायल हो गए)। विमान सुरक्षित रूप से नाइजीरिया के लागोस लौट आया। राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड (NTSB) ने घटना की जांच की और इसे IRU की विफलताओं के लिए जिम्मेदार ठहराया।

ब्रिटिश एयरवेज बोइंग 787 नोज़ गियर घटना (18 जून, 2021)

ब्रिटिश एयरवेज 787-8 को उस समय काफी नुकसान पहुंचा जब हीथ्रो हवाई अड्डे पर पार्क किए जाने के दौरान डाउनलॉक पिन से जुड़ी इंजीनियरिंग खराबी के कारण इसका अगला हिस्सा ज़मीन से टकरा गया। इस घटना में को-पायलट और कार्गो चालक दल को मामूली चोटें आईं।  हादसे से पहले डॉक्टर कपल की बच्चों के साथ आखिरी सेल्फी