दुबई से जयपुर जा रही एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट IX-196 में सवार 189 यात्रियों के दिलों की धड़कनें उस समय बढ़ गईं जब शनिवार की रात करीब 12:45 बजे बम की धमकी का ईमेल मिला। विमान ने अपने निर्धारित समय के अनुसार उड़ान भरी थी। हालांकि धमकी के बाद इसे सुरक्षित जयपुर हवाई अड्डे पर उतार लिया गया। जयपुर एयरपोर्ट पुलिस के SHO संदीप बसेरा ने मीडिया को बताया कि यह ईमेल काफी गंभीर था और सुरक्षा एजेंसियों ने पूरी सतर्कता से कदम उठाए।

विमान को रात 1:20 बजे जयपुर एयरपोर्ट पर सुरक्षित उतारा गया। इसके बाद सुरक्षा बलों ने पूरी गहन जांच की। यात्रियों को भी सावधानीपूर्वक विमान से बाहर निकाला गया और हवाई अड्डे के चारों ओर सुरक्षा बढ़ा दी गई। हालांकि, जांच के बाद कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला और यात्रियों को राहत की सांस लेने का मौका मिला।

झूठी धमकियों से सरकार कड़ाई से निपटेगी

इस बीच नागरिक उड्डयन मंत्रालय (MoCA) अन्य संबंधित मंत्रालयों के साथ मौजूदा कानूनों में जरूरी बदलाव करने के लिए बातचीत कर रहा है ताकि उड़ानों के लिए फर्जी बम धमकियों के मामलों से निपटने के लिए उन्हें और अधिक सख्त बनाया जा सके। नागरिक उड्डयन मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि आरोपी व्यक्ति को नो-फ्लाई लिस्ट में डाला जाएगा। अधिकारी ने कहा कि विमान अधिनियम, 1934 और विमान नियम, 1937 तथा अधीनस्थ विधानों में संशोधन करने के लिए मसौदा तैयार करने के लिए कानून मंत्रालय और गृह मंत्रालय के परामर्श से एक समिति गठित की जाएगी, ताकि 5 वर्ष की कारावास की सजा तय की जा सके तथा साथ ही विमानों में बम की झूठी धमकियों के लिए अपराधियों को नो-फ्लाई सूची में डाला जा सके।

अधिकारियों ने कहा कि सरकार इस तरह के प्रयासों के लिए उच्च निवारक उपाय सुनिश्चित करना चाहती है। देश में संचालित सभी प्रमुख एयरलाइनों को पिछले चार दिनों में कम से कम 26 बम की झूठी धमकियां मिली हैं।

एक प्रमुख भारतीय एयरलाइन के वरिष्ठ अधिकारी ने इसे सबसे तेजी से बढ़ते भारतीय विमानन क्षेत्र को परेशान करने का प्रयास बताया। झूठी बम धमकियों के कारण विमानों का मार्ग बदल दिया जाता है तथा देरी होती है, जिसके परिणामस्वरूप एयरलाइनों और यात्रियों को वित्तीय नुकसान और असुविधा होती है।

हाल ही में कई विमानों में बम होने की झूठी कॉल आने पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू किंजरापु ने गुरुवार को कहा, “इस पर कार्रवाई की जा रही है। हम किसी भी तरह की साजिश पर टिप्पणी नहीं कर सकते, लेकिन हमें जो थोड़ी बहुत जानकारी है, उसके अनुसार ये कॉल कुछ नाबालिगों और शरारती लोगों की ओर से आ रही हैं। ये सभी छोटी और अलग-थलग घटनाएं हैं। ऐसी कोई साजिश नहीं है जिस पर हम कमेंट कर सकें। अपनी तरफ से हम देखेंगे कि हम क्या कर सकते हैं। हम एयरलाइनों और सुरक्षा एजेंसियों के साथ-साथ मंत्रालय में भी बातचीत कर रहे हैं। विचार-विमर्श चल रहा है।”