Air India Express की एक साथ 70 उड़ानें रद्द हो गई हैं। सभी कर्मचारी छुट्टी पर चले गए हैं। ऐसा पहले कभी देखने को नहीं मिला है कि सारे कर्मचारी एक साथ छुट्टी लें, लेकिन इस बार एअर इंडिया एक्सप्रेस में ये देखने को मिल गया है। एक साथ इतनी फ्लाइट रद्द होने की वजह से यात्रियों की बुकिंग पर भी इसका असर पड़ा है। बताया जा रहा है कि मिडिल ईस्ट और गल्फ देशों की सबसे ज्यादा उड़ानें रद्द करनी पड़ी हैं।

रद्द होने का कारण क्या है?

अब समझने वाली बात ये है कि एअर इंडिया और एअर इंडिया एक्सप्रेस का विलय होने वाला है। उस वजह से कई कर्मचारियों को लग रहा है कि उनकी नौकरी खतरे में है और किसी भी वक्त छटनी हो सकती है। उसी डर की वजह से विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ है और एक साथ सभी कर्मचारियों ने छुट्टी ले ली। एअर इंडिया एक्सप्रेस ने तो जारी बयान में बताया है कि कई कर्मचारी एक साथ बीमार पड़ गए हैं, इसी वजह से उन्होंने ऐन वक्त पर छुट्टी मांगी और कई फ्लाइटें रद्द हो गईं।

रिफंड मिलेगा या नहीं?

वैसे कंपनी ने ये जरूर कहा है कि सभी यात्रियों को या तो रिफंड दिया जाएगा या फिर उन्हें दूसरी टिकट की पेशकश होगी। सभी से माफी मांगने का काम भी कर लिया गया है। अब एअर इंडिया एक्सप्रेस तो संकट में चल ही रहा है, एअर इंडिया के हालात भी ज्यादा अच्छे नहीं है। एयर इंडिया ने 180 से अधिक नॉन-फ्लाइंग स्टाफ को निकाला था। कंपनी ने बताया था कि जिन लोगों की नौकरी गई है वो वॉलंटरी रिटायरमेंट स्कीम (VRS) और नए सिरे से कौशल निखारने के मौकों (Reskilling) का इस्तेमाल नहीं कर पाए थे।

एयर इंडिया खुद को ग्लोबल एयरलाइन के तौर पर स्थापित करने की दिशा में काम कर रही है। जब टाटा ग्रुप ने इसका अधिग्रहण किया था तब करीब 13000 एंप्लॉयी काम कर रहे थे लेकिन अब 18500 एंप्लॉयी काम कर रहे हैं।