गुरुवार को लखनऊ के नदवा कॉलेज में मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के पूर्व सदस्य मौलाना सलमान नदवी छात्रों के गुस्से का शिकार हो गए। इसके बाद मौलाना के समर्थक भी मौके पर पहुंच गए जिससे कॉलेज में काफी देर तक हंगामे की स्थिति बनी रही। बाद में किसी तरह मामला शांत हुआ। जिसके बाद मौलाना सलमान नदवी लखनऊ से रायबरेली के लिए निकल गए।
न्यूज 18 की एक खबर के अनुसार, मौलाना सलमान नदवी ने नदवा कॉलेज के प्रिंसीपल मौलाना राबे हसन नदवी के बारे में कुछ बयानबाजी की थी। मौलाना सलमान रिदवी नदवा कॉलेज में प्रोफेसर हैं और वह गुरुवार को छात्रों को पढ़ाने के लिए कॉलेज पहुंचे थे। इसके बाद कॉलेज छात्रों और मौलाना राबे हसन नदवी के समर्थकों द्वारा मौलाना सलमान नदवी का विरोध किया गया।
ऐसी भी खबरें हैं कि इस दौरान मौलाना नदवी के साथ धक्का-मुक्की भी हुई। हंगामे की खबर मिलने पर मौलाना सलमान नदवी के समर्थक भी मौके पर पहुंच गए। जिससे दोनों पक्षों में झड़प हो गई। हालांकि सलमान नदवी ने ये साफ किया है कि उन्होंने मौलाना राबे हसन नदवी के खिलाफ कोई बयान नहीं दिया है।
इसके अलावा ये भी कहा जा रहा है कि मौलाना सलमान नदवी ने अयोध्या मामले में मध्यस्थता की बात कही थी और ये भी कहा था कि मुस्लिमों को अयोध्या के विवादित स्थल पर अपना दावा छोड़ देना चाहिए। बताया जा रहा है कि इस के विरोध में नदवा कॉलेज में मौलाना सलमान नदवी का कॉलेज परिसर में विरोध हुआ। हंगामा कर रहे लोगों ने मौलान सलमान नदवी को क्लास नहीं लेने दिया गया। बाद में बातचीत के जरिए मामला शांत हुआ।
वहीं एनबीटी की एक खबर के अनुसार, मौलाना सलमान नदवी पर आरोप है कि वह कॉलेज में पाठ्यक्रम से इतर विषय पढ़ा रहे थे। इस पर कुछ छात्रों ने आपत्ति की और कुछ ही देर में हंगामा शुरु हो गया। बता दें कि मौलाना सलमान नदवी ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य भी रह चुके हैं। आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर के साथ मिलकर मौलाना सलमान नदवी ने ही अयोध्या में विवाद में मध्यस्थता की कोशिश की थी।