ऑगस्टा वेस्टलैंड वीवीआईपी चॉपर घोटाला मामले में कथित बिचौलिए क्रिश्चियन मिशेल ने एक रिटायर्ड ग्रुप कैप्टन को हर महीने लाखों रुपए दिए। यह रकम लगभग 15,65,700 रुपए थी, जो कि हिंदुस्तान ऐरोनॉटिक्स लिमिटेड लिमिटेड (एचएएल) के लाइट यूटीलिटी हेलीकॉप्टर (एलयूएच) से जुड़े खास प्रोजेक्ट के लिए कैप्टन को दी जाती थी। ‘ईटी’ की रिपोर्ट के मुताबिक, यह खुलासा मिशेल की दो कंपनियों के ऑडिट में हुआ है, जो दर्शाता है कि उसने भारत और दुनिया के अन्य हिस्सों में कहां-कहां पैसे खर्च किए। मिशेल ने इसके अलावा जो रकम साथियों पर उड़ाई, उसका भी जिक्र ऑडिट में किया गया है। यही नहीं, मिशेल ने दोस्त के बेटे को लोन भी दिया था, जो कि भारतीय मीडिया में प्रभावशाली नाम हैं।

जॉर्जियो कसाना की रिपोर्ट बीते हफ्ते स्पेशल सीबीआई कोर्ट में जमा की गई थी, जबकि मिशेल यूएई से लाए जाने के बाद फिलहाल भारत की हिरासत में है। ऑडिट रिपोर्ट के हवाला देते हुए कहा गया कि मिशेल ने अपनी कंपनियों के जरिए अक्टूबर 2009 से मार्च 2012 के बीच कैप्टन को यह रकम दी थी, जिसमें लगभग 5,58,751 लाख रुपए पवन हंस डब्ल्यूजी-30 हेलीकॉप्टर से जुड़े थे।

ऑडिट रिपोर्ट के अनुसार, मिशेल ने लंदन के प्लेबॉय क्लब में तकरीबन 25,96,941 रुपए उड़ाए थे। यह रकम उसने रोम मूल की एक्स-गर्लफ्रेंड के साथ ‘सेटलमेंट’ करने और ब्राजील में दूसली महिला मित्र के लिए घर बनवाने पर खर्ची थी। मिशेल के बिजनेस मैनेजर डेविड सिम्स ने बताया, “कुछ रकम पत्नी की मदद के लिए खर्च की गई थी, जिसके जरिए उसे धोखाधड़ी के केस से बचाया गया था।”

ऑडिट रिपोर्ट यह भी बताती है कि मिशेल ने लंदन में अपनी गाड़ियों और दक्षिणी फ्रांस में मकान के अलावा कुछ पैसों से दुबई में बॉर्डर विला का नवीनीकरण कराया, पेरिस में फ्लैट खरीदा और भारत की राजधानी नई दिल्ली के छतरपुर इलाके में एक फॉर्म को दोबारा से बनवाया था। एजेंसियों की मानें तो मिशेल ने ऑगस्टा वेस्टलैंड के लिए चॉपर डील बचाने को भारतीय राजनेताओं, नौकरशाहों, भारतीय वायु सेना (आईएएफ) व रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों को पैसे चुकाए थे।