मोदी सरकार एक ओर अग्निपथ योजना को लेकर आगे बढती दिख रही है तो वहीं दूसरी ओर छात्र इस मामले पर झुकने को तैयार नहीं दिख रहे हैं। उनकी आशंकाओं को बीजेपी के नेता भी बढाते दिख रहे हैं। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने एक ऐसा बयान दे दिया है, जिससे छात्र तो भड़क ही सकते हैं, उनकी अपनी पार्टी के नेता भी उन्हें जमकर खरी खोटी सुना रहे हैं।
दरअसल अग्निपथ योजना को लेकर युवाओं के मन में सबसे बड़ा सवाल है कि चार साल बाद जब अग्निवीर को सरकार रिटायर कर देगी, तब वो क्या करेंगे? इसी को लेकर कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि वो गार्ड की नौकरी कर सकते हैं। इसे लेकर अब बीजेपी सांसद वरुण गांधी भड़के दिखे और विजयवर्गीय को नसीहत दे डाली।
क्या कहा वरुण ने- वरुण गांधी ने ट्वीट करके कहा- “जिस महान सेना की वीर गाथाएं कह सकने में समूचा शब्दकोश असमर्थ हो, जिनके पराक्रम का डंका समस्त विश्व में गुंजायमान हो, उस भारतीय सैनिक को किसी राजनीतिक दफ़्तर की ‘चौकीदारी’ करने का न्यौता, उसे देने वाले को ही मुबारक। भारतीय सेना मां भारती की सेवा का माध्यम है, महज एक ‘नौकरी’ नहीं।”
विजयवर्गीय ने क्या कहा- मध्यप्रदेश में अग्निपथ योजना की सराहना करते हुए बीजेपी नेता ने कहा- “मुझे अगर इस ऑफिस में बीजेपी के ऑफिस में सिक्योरिटी रखना है तो मैं अग्निवीर को प्राथमिकता दूंगा”।
बीजेपी नेता का यह बयान जैसे ही सामने आया उनकी जमकर आलोचना होने लगी। विपक्ष के कई नेता ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि यह असल में मोदी सरकार का उद्देश्य है। युवाओं से चौकीदारी करवाने का।
बता दें कि रविवार को सेना की ओर अग्निपथ योजना को लेकर एक साझा प्रेस कांफ्रेंस की गई थी। जिसमें युवाओं को चेतावनी देते हुए कहा गया कि अगर कोई भी छात्र प्रदर्शन या तोड़फोड़ में लिप्त पाया जाता है तो उसे नौकरी नहीं दी जाएगी।