आज की ताजा खबर (Aaj Ki Taaja Khabar), Hindi News (हिंदी न्यूज) Bharat Bandh , Bihar Bandh LIVE: बिहार में कुछ ही महीनों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इससे पहले वोटर लिस्ट के रिवीजन को लेकर मामला गरमाया हुआ है। चुनाव आयोग ने बिहार के लोगों से 11 डॉक्यूमेंट मांगे हैं। कांग्रेस का दावा है कि इसमें आधार कार्ड और वोटर आईडी शामिल नहीं हैं। इसी तरह कई अन्य विपक्षी पार्टियों ने भी आरोप लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। याचिकाओं में कहा गया है कि चुनाव आयोग का यह फैसला मनमाना है और इसके चलते बिहार के लाखों मतदाताओं का मतदान का अधिकार छिन जाएगा। चुनाव आयोग के फैसले के खिलाफ विपक्ष और अन्य लोगों की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में गुरुवार को सुनवाई हो रही है।
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राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और सीपीएम के कार्यकर्ताओं ने पटना के मनेर में एनएच-30 पर बिहार बंद के समर्थन में टायर जलाए और सड़क जाम कर दिया।
लोकसभा नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव राज्य विधानसभा चुनाव 2025 से पहले बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के खिलाफ महागठबंधन द्वारा बुलाए गए ‘बिहार बंद’ विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए।
राजद नेता संजय यादव ने कहा, “चुनाव आयोग द्वारा बिहार में मतदाता सूची का पुनरीक्षण पूरी तरह से अपारदर्शी और भ्रामक है। यह लोगों के वोट देने के अधिकार को छीनने का एक तरीका है। हम चुनाव आयोग से सवाल पूछ रहे हैं, लेकिन जवाब भाजपा से ही आएगा। इससे पता चलता है कि चुनाव आयोग भाजपा की एक इकाई बन गया है।”
खोरधा जिले के सीटू अध्यक्ष सुरेश राउत्रे ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, “मोदी सरकार सिर्फ अडानी और अंबानी का साथ दे रही है, मजदूरों का नहीं। हम न्यूनतम ₹ 9000 प्रति माह पेंशन की मांग कर रहे हैं।”
राजद नेता तेजस्वी यादव और कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी चुनावी राज्य बिहार में मतदाता सूची संशोधन के खिलाफ महागठबंधन के विरोध प्रदर्शन में शामिल होंगे।
अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रव्यापी ‘भारत बंद’ के दौरान रांची स्थित सीएमपीडीआई मुख्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।
कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी चुनावी राज्य बिहार में मतदाता सूची संशोधन को लेकर महागठबंधन के विरोध प्रदर्शन में शामिल होने पटना पहुंचे।
‘बिहार बंद’ के विरोध पर कांग्रेस नेता शकील अहमद ने कहा, “आप देख सकते हैं कि लोग हमारे विरोध प्रदर्शन के आह्वान को गंभीरता से ले रहे हैं। सत्ताधारी दल, चुनाव आयोग के साथ मिलकर जनता को परेशान कर रहे हैं। कई सवाल हैं – क्या 2024 के चुनावों में अपने मताधिकार का प्रयोग करने वालों का वोट वैध नहीं था? मौजूदा सरकार नहीं चल पाएगी।”
‘बिहार बंद’ पर राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा, “चुनाव आयोग एक राजनीतिक दल का अंग बन गया है। क्या गुजरात के दो लोग तय करेंगे कि कौन बिहारी मतदाता वोट दे सकता है और कौन नहीं।’ उन्होंने कहा, ‘चुनाव आयोग अपनी विश्वसनीयता खो चुका है। मतदाता सूची से गरीब लोगों के नाम हटाने की बड़े पैमाने पर तैयारी चल रही है। पहले उनके नाम हटाए जा रहे हैं, फिर उनकी पेंशन और राशन भी छीन लिया जाएगा।”
इंडिया ब्लॉक समर्थकों ने पटना में इनकम टैक्स चौराहा जाम कर दिया। राजद, कांग्रेस और महागठबंधन के अन्य विपक्षी दलों ने राज्य में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के विरोध में बंद का आह्वान किया है।
पटना में राजद कार्यकर्ताओं ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के खिलाफ राज्य विधानसभा चुनाव 2025 से पहले विरोध प्रदर्शन किया, जो महागठबंधन द्वारा बुलाए गए ‘बिहार बंद’ का एक हिस्सा है। एक राजद कार्यकर्ता का कहना है, ‘तेजस्वी यादव और राहुल गांधी के नेतृत्व में, महागठबंधन के नेता और कार्यकर्ता मोदी सरकार और भारत के चुनाव आयोग के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे।’
‘बिहार बंद’ पर सड़क पर लेटे एक कांग्रेस कार्यकर्ता ने कहा, “पूरा बिहार सफलतापूर्वक बंद हो गया है। चुनाव आयोग द्वारा की गई धांधली के खिलाफ महागठबंधन एकजुट है। कोई गाड़ी हमें कुचल भी दे तो हम नहीं उठेंगे।”
‘बिहार बंद’ में शामिल कांग्रेस कार्यकर्ता वाहनों को रोकने के लिए सड़क पर एक कतार में लेट गए।
10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों द्वारा आहूत ‘भारत बंद’ के समर्थन में कोट्टायम में दुकानें और शॉपिंग मॉल बंद रहे। उन्होंने केंद्र सरकार पर “कॉर्पोरेट समर्थक” नीतियों को आगे बढ़ाने का आरोप लगाया।
बिहार कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, “जब-जब देश पर संकट आया, राहुल गांधी जी सड़कों पर संघर्ष करते दिखे हैं। आज देश के लोकतंत्र पर संकट है — वोटबंदी की साजिश सामने है। हम इसका पुरजोर विरोध कर रहे हैं, और राहुल गांधी जी खुद इस लड़ाई में हमारे साथ खड़े होने आ रहे हैं। ये सिर्फ एक आंदोलन नहीं, जनता के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा का संकल्प है।”
पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में ट्रेड यूनियनों द्वारा भारत बंद के आह्वान के कारण पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच दुकानें बंद रहीं और सड़कें ज्यादातर खाली रहीं। हावड़ा से भी ऐसी ही तस्वीरें सामने आईं, जहां ट्रेड यूनियन नेताओं ने विरोध मार्च निकाला।
राज्य में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के खिलाफ विपक्षी दलों के विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर पटना में चुनाव आयोग ऑफिस पर बैरिकेड्स लगाए गए और सुरक्षा बढ़ा दी गई। आरजेडी नेता तेजस्वी यादव और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी आज बाद में चुनाव आयोग ऑफिस तक विरोध मार्च का नेतृत्व कर सकते हैं।
पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव, ‘बिहार बंद’ के तहत प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ शामिल होते हुए, ‘चुनाव आयोग होश में आओ’ का नारा लगाते हैं। वे कहते हैं, “चुनाव आयोग हमसे हमारी नागरिकता के बारे में पूछने वाला कौन होता है? मैं यहीं पैदा हुआ हूं। मेरे पूर्वज यहीं पैदा हुए थे। क्या हम पाकिस्तान या चीन से आए हैं? क्या चुनाव आयोग भाजपा की ‘बी’ टीम है? फिर हम इतने लंबे समय तक वोट कैसे दे पाए? वे हमारे वोट के अधिकार पर हमला कर रहे हैं। यह (‘बिहार बंद’ का) फैसला राहुल गांधी के नेतृत्व में लिया गया।”
वामपंथी संगठनों के कार्यकर्ताओं द्वारा हावड़ा में बंद लागू करने की कोशिश के दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज किया। यूनियन नेताओं के अनुसार, केंद्रीय और क्षेत्रीय ट्रेड यूनियनों से जुड़े 25 करोड़ से अधिक कर्मचारियों ने नए श्रम संहिता और निजीकरण के विरोध में तथा न्यूनतम वेतन 26,000 रुपये और पुरानी पेंशन योजना जैसी मांगों के लिए पूरे देश में हड़ताल पर जाने की घोषणा की है।
VIDEO | Bharat Bandh: Police resort to lathicharge as workers of Left organisations try to enforce shutdown in Howrah.
— Press Trust of India (@PTI_News) July 9, 2025
More than 25 crore workers affiliated with central and sectoral trade unions have announced to go on strike across the country to protest against new labour… pic.twitter.com/khEKilXQxH
पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ‘बिहार बंद’ के तहत प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ सचिवालय हॉल्ट रेलवे स्टेशन पर रेलवे ट्रैक पर पहुँचे। उन्होंने कहा, “हम चुनाव आयोग को नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने देश के गरीब लोगों का जीवन बर्बाद कर दिया है।”
पटना जिले के मनेर कस्बे में राजद समर्थकों ने सड़क जाम किया। महागठबंधन ने राज्य में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के ख़िलाफ़ बिहार बंद का आह्वान किया है।
केंद्रीय ट्रेड यूनियनों द्वारा बुलाए गए ‘भारत बंद’ के बावजूद चेन्नई में बस सेवाएं सामान्य रूप से चल रही हैं। यूनियनों ने केंद्र सरकार पर “कॉर्पोरेट समर्थक” नीतियों को आगे बढ़ाने का आरोप लगाया है।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राज्य विधानसभा चुनाव 2025 से पहले बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के विरोध में सचिवालय हॉल्ट रेलवे स्टेशन पर रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया।
ट्रेड यूनियनों द्वारा भारत बंद के आह्वान के कारण भारी पुलिस बल की तैनाती के बीच दुकानें बंद रहीं, सड़कें सुनसान रहीं। दार्जिलिंग सीआईटीयू के उपाध्यक्ष दिबास चौबे कहते हैं, “प्रश्न निजीकरण, बेरोजगारी और महंगाई का है। प्रधानमंत्री मोदी ने रोजगार देने का वादा किया था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इस देश का कोई भविष्य नहीं है। कोई नया विकास नहीं हुआ है। इसलिए, धर्मनिरपेक्ष और वामपंथी ट्रेड यूनियनों ने पूरे देश में बंद का आह्वान करने का फैसला किया है।”
जहानाबाद में आरजेडी समर्थकों ने सड़क जाम किया। आरजेडी, कांग्रेस और अन्य विपक्षी महागठबंधन दलों ने राज्य में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के विरोध में बंद का आह्वान किया है।
एक बस ड्राइवर कहता है, “ये लोग सही बात कह रहे हैं (‘भारत बंद’ का जिक्र करते हुए), लेकिन हमें अपना काम करना है। हम मजदूर हैं, इसलिए हम (‘बंद’ का) समर्थन करते हैं। हम इसे (हेलमेट) सुरक्षा के लिए पहन रहे हैं, ताकि कुछ होने पर हम बच सकें।”
जादवपुर 8बी बस स्टैंड के पास भारी पुलिस बल तैनात किया गया है और बस चालक सुरक्षा के लिए हेलमेट पहने हुए हैं क्योंकि जादवपुर में ‘भारत बंद’ के बावजूद निजी और सरकारी बसें चल रही हैं। ‘भारत बंद’ का आह्वान 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने किया है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि केंद्र सरकार ऐसे आर्थिक सुधारों को आगे बढ़ा रही है जो श्रमिकों के अधिकारों को कमजोर करते हैं। ‘बंद’ के तहत, राज्य द्वारा संचालित सार्वजनिक परिवहन, सरकारी कार्यालय, सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयाँ, बैंकिंग और बीमा सेवाएँ, डाक संचालन, कोयला खनन और औद्योगिक उत्पादन जैसे क्षेत्र प्रभावित होने की संभावना है।
वामपंथी दलों के संगठनों ने कोलकाता के जादवपुर में पैदल मार्च निकालकर ‘भारत बंद’ में हिस्सा लिया। 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने ‘भारत बंद’ का आह्वान किया है, उनका आरोप है कि केंद्र सरकार ऐसे आर्थिक सुधारों को आगे बढ़ा रही है जो श्रमिकों के अधिकारों को कमजोर करते हैं।
पश्चिम बंगाल में मिदनापुर सेंट्रल बस स्टैंड से बसों को निकलने से रोकने का प्रयास करते समय वामपंथी ट्रेड यूनियन कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया।
मतदाता पुनरीक्षण के विरोध में बिहार के भोजपुर जिले के बिहिया स्टेशन पर श्रमजीवी एक्सप्रेस और विभूति ट्रेन को रोका गया।
