65वां राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह नई दिल्ली के विज्ञान भवन में शुरु हो चुका है। पुरस्कार ग्रहण करने के लिए कलाकार समारोह स्थल पहुंच चुके हैं। इसी बीच खबर आयी है कि कई पुरस्कार विजेता समारोह स्थल नहीं पहुंचे हैं। दरअसल कलाकार इस बात का विरोध कर रहे हैं कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सिर्फ गिने-चुने अवार्ड ही देंगे, बाकी अवॉर्ड सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी और राज्यवर्धन सिंह राठौर प्रदान करेंगे। इसके विरोध में कई कलाकार विज्ञान भवन नहीं पहुंचे हैं, जिसके बाद उन कलाकारों की नेम प्लेट हटवा दी गई हैं। वहीं जो कलाकार कार्यक्रम में पहुंचे हैं, सिर्फ उन्हीं की नेम प्लेट लगायी गई हैं। बताया जा रहा है कि अधिकतर अवॉर्ड विनर्स अभी तक अपने अपने होटलों में ही मौजूद हैं।
बता दें कि पारंपरिक तौर पर राष्ट्रीय अवॉर्ड विनर्स को पुरस्कार देश के राष्ट्रपति सौंपते हैं। लेकिन इस बार इसमें बदलाव किया गया है, जिसके तहत कुछ शीर्ष अवॉर्ड ही राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के द्वारा प्रदान किए जाएंगे। कल अवॉर्ड की रिहर्सल के दौरान कलाकारों को इस बात की जानकारी दी गई, जिसके बाद कई कलाकारों ने राष्ट्रीय अवॉर्ड समारोह का बहिष्कार करने का फैसला किया है। सूत्रों के अनुसार, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शाम 5.30 बजे ही समारोह स्थल पहुचेंगे और कुछ शीर्ष अवॉर्ड विजेताओं को ही सम्मान से नवाजेंगे। बताया जा रहा है कि कई अवॉर्ड विजेताओं के परिजन समारोह स्थल पहुंच चुके हैं, लेकिन विरोध स्वरुप अवॉर्ड विजेता कलाकारों ने समारोह का बहिष्कार करने का फैसला किया है।
बता दें कि मशहूर फिल्म निर्देशक शेखर कपूर की अध्यक्षता वाली ज्यूरी ने इस साल राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों के विजेताओं का चयन किया था। दिवंगत अभिनेता विनोद खन्ना को जहां इस बार दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से मरणोपरांत नवाजा जाएगा, वहीं मशहूर दिवंगत अदाकारा श्रीदेवी को सर्वश्रेष्ठ नायिका के सम्मान से नवाजी जाएंगी। बंगाली फिल्म नगर कीर्तन में अभिनय के लिए अभिनेता रिद्धी सेन को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के सम्मान से नवाजा जाएगा। न्यूटन फिल्म में अपने बेहतरीन अभिनय के लिए पंकज त्रिपाठी को विशेष अवॉर्ड से नवाजा जाएगा। मलयाली फिल्म भयानकम के निर्देशक जयराज को सर्वश्रेष्ठ निर्देशक चुना गया है। बाहुबली को सबसे लोकप्रिय फिल्म श्रेणी में से चुना गया है।