मध्य प्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में अफ्रीकी मादा चीता ‘गामिनी’ ने पांच नहीं बल्कि छह शावकों को जन्म दिया है। यह जानकारी सोमवार को केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र यादव ने दी। 10 मार्च को उन्होंने जानकारी साझा की थी कि पांच वर्षीय मादा चीता ने कूनो नेशनल पार्क में पांच शावकों को जन्म दिया है।
गामिनी से पांच शावकों के जन्म की खबर के एक सप्ताह बाद यह अब पुष्टि हो गई है कि दक्षिण अफ्रीकी चीता मां गामिनी ने छह शावकों को जन्म दिया है, जो पहली बार मां बनने वाली मादा चीता के लिए एक तरह का रिकॉर्ड है।’
क्या बोले भूपेन्द्र यादव?
सोमवार सुबह अपने आधिकारिक ‘एक्स’ अकाउंट पर एक पोस्ट साझा करते हुए मंत्री भूपेन्द्र यादव ने लिखा— ‘गामिनी की विरासत आगे बढ़ रही है! खुशी का कोई अंत नहीं है, यह पांच नहीं, बल्कि छह शावक हैं! उन्होंने छह शावकों की तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर शेयर की हैं। अब कूनों राष्ट्रीय उद्यान में चीतों की संख्या बढ़कर 27 हो गई है, जिसमें 14 शावक भी शामिल हैं।
पिछले साल भी आए थे नन्हें मेहमान
पिछले साल मार्च में मादा चीता ज्वाला ने चार शावकों को जन्म दिया था लेकिन उनमें से केवल एक ही जीवित बच पाया था। ज्वाला ने इस साल जनवरी में अपने दूसरे चार शावकों को जन्म दिया।
इसके बाद चीता आशा ने तीन शावकों को जन्म दिया था। 2022 में 17 सितंबर को आठ नामीबियाई चीतों को कूनों राष्ट्रीय उद्यान में लाया गया था, इनमें पांच मादा और तीन नर शामिल थे।
फरवरी 2023 में अन्य 12 चीतों को दक्षिण अफ्रीका से पार्क में लाया गया था। पिछले साल मार्च से अब तक ज्वाला से जन्मे तीन शावकों समेत 10 चीतों की मौत हो चुकी है। यह चीते महत्वाकांक्षी चीता पुनरुत्पादन परियोजना के तहत भारत लाए गए थे।