जयपुर। राजस्थान में खाप पंचायत के फरमान पर एक महिला को अर्द्धनग्न हालत में मुंह काला कर गधे पर बैठाकर गांव में घुमाए जाने का मामला सामने आया है। पुलिस ने इस मामले में 39 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। राजसमंद की एक अदालत ने गिरफ्तार आरोपियों में से 26 को न्यायिक हिरासत और चार को पुलिस हिरासत में भेज दिया है।

राजसमंद के चारभुजा पुलिस थाने के थानाधिकारी योगेश चौहान ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में से एक महिला को रविवार को ही अदालत में पेश किया गया था। अदालत ने उसे जेल भेज दिया था। उन्होंने बताया कि 29 अभियुक्तों को सोमवार को अदालत में पेश किया गया। पुलिस ने इनमें से चार की अदालत से हिरासत मांगी थी। अदालत ने चारों को पुलिस रिमांड में सौंपकर बाकी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया। पुलिस हिरासत में भेजे गए चारों आरोपियों से पूछताछ कर रही है।

चौहान ने पीड़िता की शिकायत के हवाले से बताया कि खाप पंचायत ने बीते शनिवार को पीड़ित महिला को उसके एक रिश्तेदार वरदी की संदिग्ध हालात में हुई मौत का जिम्मेदार ठहराया था। उन्होंने बताया कि खाप पंचायत ने इसके लिए महिला को अर्द्धनग्न करने के बाद उसका मुंह काला कर गधे पर बैठाकर गांव में घुमाने का फरमान सुनाया। उन्होंने बताया कि रविवार को दर्ज कराई गई पीड़िता की शिकायत पर खाप पंचायत से जुडेÞ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। एक महिला समेत 30 आरोपियों को और थाने पर हंगामा करने और नौ लोगों को शांति भंग करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने पीड़िता को पुलिस सुरक्षा में उसके मायके भिजवा दिया है। इस घटना से सहमे पीड़िता के पति और बच्चों को पुलिस सुरक्षा में घर भेज दिया गया है।

उन्होंने बताया कि पुलिस पीड़ित पक्ष को सुरक्षा उपलब्ध करा रही है। थानाधिकारी ने बताया कि वरदी की दो नवंबर को संदिग्ध हालात में मौत होने पर परिजनों ने पुलिस को सूचना दिए बिना उसका अंतिम संस्कार कर दिया था। शनिवार को शोक सभा के बाद खाप पंचायत ने पीड़ित महिला को वरदी की मौत के लिए जिम्मेदार मानते हुए यह फरमान सुनाया था। उन्होंने बताया कि इस मामले में कुछ और लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है।