भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण को उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में लगभग 3,500 टन सोना मिला है, जो भारत के पास मौजूदा स्वर्ण भंडार का करीब पांच गुणा है। जिला खनन अधिकारी केके राय ने बताया कि यहां सोन पहाड़ी और हरदी इलाकों में सोने के भंडार मिले है। उन्होंने बताया कि सोने के भंडार का पता लगाने का काम पिछले दो दशक से चल रहा था। इन ब्लॉक की ई-निविदा के जरिए नीलामी की प्रक्रिया जल्द ही आरंभ होगी। सोन पहाड़ी में करीब 2943.26 टन और हरदी ब्लॉक में 646.16 टन सोना मिला है।

राय ने बताया कि सोने के अलावा इलाके में अन्य खनिज पदार्थ भी मिले हैं। विश्व स्वर्ण परिषद के अनुसार भारत के पास इस समय 626 टन स्वर्ण भंडार है। सोने का नया भंडार इसका करीब पांच गुणा है। इसकी अनुमानित कीमत करीब 12 लाख करोड़ रुपए है। इसको लेकर अधिकारी वहां डेरा डाले हुए हैं। इतनी अधिक मात्रा में सोना मिलने से अफसरों को उम्मीद है कि वहां स्वर्ण भंडार है। लिहाजा इसकी जांच कराई जाएगी।

उधर, स्विस वैज्ञानिकों को प्लास्टिक से सोना बनाने में सफलता मिली है। प्लास्टिक के मैट्रिक्स को मिश्र धातु के रूप में इस्तेमाल कर बनाया गया 18 कैरेट का यह सोना वजन में भी काफी हल्का है और इसकी चमक भी असली सोने जैसी ही है। इसे आसानी से पॉलिश भी किया जा सकता है। वैज्ञानिकों का कहना है कि हल्का होने के कारण यह सोने की घड़ियों और ज्वैलरी के रूप में काफी लोकप्रिय होगा। यह शोध साइंस जर्नल में प्रकाशित किया गया है।

अमेरिका की स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी की हालिया रिसर्च के मुताबिक धरती पर करीब 9.1 अरब टन प्लास्टिक है। इस समय दुनिया की आबादी करीब 7.6 अरब है। यानी हर व्यक्ति के हिस्से में लगभग 1.2 टन का प्लास्टिक है। माइक्रोप्लास्टिक के हानिकारक केमिकल शरीर को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा रहे हैं। हर इंसान प्रतिदिन अनजाने में माइक्रोप्लास्टिक के 200 टुकड़े खा जाता है। इसके कारण आंतों में इंफेक्शन फैल रहा है, इससे आम आदमी किसी न किसी बीमारी का शिकार होता है और इनमें सबसे ज्यादा पेट की बीमारी शामिल है।