बच्चों से लेकर बड़े और बूढ़ों तक, हर किसी को चॉकलेट खाना बेहद पसंद होता है। इसी कड़ी में आज अधिकतर लोग जन्मदिन सेलिब्रेट करने से लेकर बड़ी से बड़ी खुशी का जश्न भी चॉकलेट्स बाटकर मनाने लगे हैं। वहीं, आज के समय में इसकी लोकप्रियता इतनी बढ़ गई है कि अब बाजार में चॉकलेट्स की कई वैरायटी भी आ गई हैं। मीठे के शौकिन लोग अपनी-अपनी पसंद के मुताबिक अलग-अलग तरह की चॉकलेट्स खाकर इसका आनंद लेते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि स्वाद से अलग चॉकलेट के सेहत पर भी कई फायदे हैं? आज यानी 7 जुलाई को विश्व चॉकलेट दिवस (World Chocolate Day) के मौके पर हम आपको ऐसे ही कुछ फायदों के बारे में बताने जा रहे हैं। इससे पहले जान लेते हैं विश्व चॉकलेट दिवस का इतिहास-

जानकारी के अनुसार, चॉकलेट का इतिहास करीब 2,500 साल पुराना है। चॉकलेट को कोको के पेड़ के फल से बनाया जाता है, जिसकी खोज 2000 साल पहले अमेरिका के रेन फॉरेस्ट में की गई थी। खबरों की मानें 7 जुलाई, 1550 में पहली बार यूरोप में चॉकलेट का आगमन हुआ था। वहीं, दुनियाभर में पहली बार 7 जुलाई 2009 में इस दिन को सेलिब्रेट किया गया।

चॉकलेट खाने के सेहत पर फायदे

दूर होता है तनाव

जैसा कि ऊपर जिक्र किया गया है, आज के समय में अधिकतर लोग चॉकलेट के साथ किसी भी खुशी के मौके को सेलिब्रेट करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये तनाव को दूर करने में भी आपकी मदद करती है? अब तक कई रिसर्च में यह बात सामने आ चुकी है कि चॉकलेट खाने से मूड को बेहतर बनाया जा सकता है। वहीं, डार्क चॉकलेट को तो तनाव, एंजाइटी कम करने के लिए सबसे अच्छा माना जाता है। डार्क चॉकलेट खाने से स्ट्रेस हार्मोन कार्टिसोल का स्तर कम हो जाता है और हैप्पी हार्मोन का लेवल बढ़ जाता है। ऐसे में ये तनाव और एंजाइटी को कम कर मूड को बूस्ट करने का काम करती है।

हार्ट के लिए है फायदेमंद

हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, डार्क चॉकलेट में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट ब्लड प्रेशर को कम करने में असरदार साबित होते हैं। ये पोषक तत्व खून के थक्के जमने के जोखिम को कम करते हैं और हार्ट में खून के प्रवाह को बढ़ाते हैं। ऐसे में ये स्ट्रोक, हार्ट अटैक और हार्ट फेलियर के खतरे से आपको बचा सकते हैं।

सर्दी-जुकाम से मिलती है राहत

डार्क चॉकलेट में थियोब्रोमाइन नामक एक रासायनिक पदार्थ होता है जो श्वसन तंत्र संबंधी समस्याओं पर प्रभावी रूप से काम कर, सर्दी-जुकाम जैसी समस्याओं से राहत दिलाने का काम करता है।

तेजी से काम करता है ब्रेन

चॉकलेट खाने से मेमोरी तेज हो सकती है। इसे लेकर हुए एक शोध के मुताबिक, डार्क चॉकलेट में मौजूद फ्लेवोनोल्स ब्रेन की फंक्शनिंग पर सकारात्मक प्रभाव डालते हैं ये मस्तिष्क में खून के प्रवाह को बढ़ाते हैं और इससे डिप्रेशन के लक्षणों से भी निजात पाई जा सकती है। ऐसे में हेल्थ एक्सपर्ट्स कई बार स्ट्रेस की स्तिथि में चॉकलेट खाने की सलाह देते हैं।

इम्यूनिटी होती है बूस्ट

इन सब के अलावा डार्क चॉकलेट में कोको होता है जो एक पावरफुल एंटीऑक्सिडेंट है। इसे पूरे शरीर में रक्त के प्रवाह और ऑक्सीजन बढ़ाने के लिए जाना जाता है। ये एंटीऑक्सिडेंट थकान को कम कर इम्यूनिटी बूस्ट करने का काम करते हैं।

Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।