UPSC क्लियर करने का सपना हर पढ़े-लिखे युवा का होता है। लेकिन कई बार मिल रही असफलता से हौसला कमजोर पड़ जाता है। आज हम आपको कोमल गनात्रा की कहानी बताएंगे। कोमल आज भले ही IRS अधिकारी बन गई हैं, लेकिन उनके लिए यहां तक पहुंचना बिल्कुल भी आसान नहीं था। कोमल ने 2012 में UPSC क्लियर की थी। इस एग्जाम में उन्हें 591 रैंक हासिल की थी।

कोमल ने एक इंटरव्यू में बताया था, ‘मुझे UPSC का सपना मेरे पिता ही दिखाया था। मेरे पिता चाहते थे कि मैं यूपीएससी क्लियर करूं। पिता ने कभी परिवार में भी भाई और मेरे बीच कोई अंतर नहीं किया। इसलिए जब भी मैं यूपीएससी के बारे में सोचती थी तो मेरे सामने पिता का सपना आ जाता था। इससे मुझे बहुत हिम्मत मिली। आखिरकार मैं इस परीक्षा को क्लियर करने में कामयाब भी हो गई।’

न्यूजीलैंड चला गया था पति: कोमल गनात्रा ने बताया था, ‘ग्रेजुएशन के बाद उनकी शादी एक NRI से हो गई थी। इस दौरान उन्होंने गुजरात पब्लिक सर्विस कमिशन का का मेन्स भी क्लियर कर लिया था। उनका पति नहीं चाहता था कि वह जीपीएससी का इंटरव्यू दें क्योंकि वो मुझे अपने साथ लेकर जाना चाहता था। अब आप शादी जिससे होती है तो आपको उससे प्यार भी होने लगता है। इसलिए मैंने इंटरव्यू छोड़ दिया। वो 15 दिन बाद ही मुझे छोड़कर न्यूजीलैंड चले गए। इसके बाद वह कभी वापस लौटकर नहीं आए।’

कोमल ने इसके बाद न्यूजीलैंड जाने के प्रयास किया तो वो कामयाब नहीं हो पाईं। कोमल ने न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री को इस मामले पर एक पत्र भी लिखा था। सरकार की तरफ से कोमल को इस पर जवाब भी दिया गया था। कोमल को उम्मीद थी कि उनका पति लौटकर वापस जरूर आएगा, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। इस बीच उन्हें सरकारी स्कूल में टीचर की नौकरी भी मिल गई। उन्होंने नौकरी के साथ ही यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी थी।

कोमल ने बताया था कि इस परीक्षा के बारे में उन्हें पहले कोई अंदाजा नहीं था। इसलिए वह अपने गांव से अहमदाबाद तक जाती थीं। यहां वह यूपीएससी की तैयार कर रहे कैंडिडेट्स से मुलाकात किया करती थीं। नौकरी के साथ वह शनिवार-रविवार को खूब पढ़ाई करती थीं। उन्होंने यूपीएससी मेन्स देने के लिए नौकरी से कोई छुट्टी नहीं ली थी। आखिरकार वह 3 असफल प्रयासों के बाद 2012 में सफलता पाने में कामयाब हुईं। इसके बाद कोमल ने दूसरी शादी की और अभी वह एक बच्ची की मां हैं।