UPSC क्लियर करने का सपना हर पढ़े-लिखे युवा का होता है, लेकिन कई बार असफलता से हौसला टूट जाता है। आज हम आपको रोशन कुमार की कहानी बताएंगे। रोशन कुमार आज भले ही IPS अधिकारी बन गए हैं, लेकिन उनके लिए यहां तक पहुंचना बिल्कुल भी आसान नहीं था। रोशन कुमार से शुरुआत के दो प्रयास में प्रीलिम्स भी क्लियर नहीं हो पाया था। इसके साथ वह फुल टाइम जॉब भी कर रहे थे।
जॉब और यूपीएससी की तैयारी में उन्हें काफी परेशानी हो रही थी, लेकिन उन्हें अपने ऊपर पूरी विश्वास था। इसके बाद तीसरे और चौथा प्रयास में रोशन से मेन्स तक भी क्लियर नहीं हो पाया। हालांकि पांचवे प्रयास में उन्होंने अपने बचपन का सपना पूरा कर लिया और वह IPS बनने में कामयाब हो गए थे। UPSC 2018 में रोशन कुमार की 114 रैंक प्राप्त की थी।
रोशन ने एक इंटरव्यू में बताया था कि वह शुरुआत से ही पढ़ाई में साधारण थे। यहां तक उन्हें 12वीं के एग्जाम में सिर्फ 58 प्रतिशत नंबर मिले थे। इसमें भी उनके सबसे ज्यादा नंबर फिजिकल एजुकेशन में थे। रोशन के लिए यूपीएससी की तरफ देखना भी मुश्किल हो गया था। 12वीं के बाद उन्होंने इंजीनियरिंग करने का फैसला किया, लेकिन नंबर इतने कम थे कि उन्होंने आईआईटी के लिए प्रयास भी नहीं किया।
असफलता के बाद भी नहीं डिगा हौसला: किसी अन्य कॉलेज से इंजीनियरिंग करने के साथ ही रोशन कुमार ने यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी थी, लेकिन परिवार ने इस बीच रोशन कुमार की शादी कर दी। रोशन ने बताया था कि इसके बाद उनके ऊपर और भी जिम्मेदारियां आ गईं। दूसरी तरफ, उन्हें यूपीएससी में लगातार असफलता मिल रही थी।
रोशन कहते हैं, जब आप इस परीक्षा की तैयारी करें तो इसके बारे में बहुत ही खास लोगों को छोड़कर किसी को न बताएं। ये परीक्षा इतनी डिमांडिंग होती है और इसमें सफलता इतनी मुश्किल होती है कि दूसरों को बताकर आप उनकी अपेक्षाओं का बोझ अपने ऊपर न लादें।’
रोशन कहते हैं, ‘आपको नौकरी के साथ ही इस परीक्षा में सफलता हासिल करनी होगी। क्योंकि आपको कोई अलग से समय नहीं देगा। इसी में से आपको समय भी निकालना होगा। इसलिए सबसे अच्छा है आगे बढ़ें और किस्मत के भरोसे बैठने से अच्छा होता है खुदपर विश्वास। यूपीएससी की तैयारी को अपने रोजाना के रुटीन में ही बसा लें। आपको जरूर इसमें सफलता हासिल होगी।’