धनतेरस का त्योहार दिवाली के दो दिन पहले मनाया जाता है इस साल यह त्योहार शुक्रवार, 28 अक्टूबर को मनाया जाएगा। इस त्योहार पर सोने और चांदी की चीजें खरीदने की परंपरा है। इस बार यह त्योहार शुक्रवार को पड़ने की वजह से उन नौकरीपेशा लोगों को खरीदारी करने में सहूलियत रहेगी जिन्हें शनिवार और रविवार को छुट्टी मिलती है। साल 2017 में यह त्योहार मंगलवार, 17 अक्टूबर को पड़ेगा। वहीं 2018 में हफ्ते की शुरुआत में ही यह त्योहार पड़ेगा।
2018 में 5 नवंबर को धनतेरस मनाया जाएगा। इससे पहले साल 2015 में भी धनतेरस का त्योहार सोमवार को पड़ा था। हफ्ते की शुरुआत में यह त्योहार पड़ने से समय की कमी के चलते उन लोगों को परेशानी हो जाती है जो नौकरी करते हैं। यह त्योहार दिवाली के पांच दिनों में से पहले दिन पड़ता है। इसे धनत्रयोदशी और धनवंत्री त्रयोदशी नाम से भी जाना जाता है। धन का अर्थ दौलत और तेरस का मतलब है 13। यह त्योहार हिंदू कैलेंडर के मुताबिक कार्तिक महीने के 13 वें दिन मनाया जाता है। इसीलिए इसे धनतेरस कहा जाता है। कई लोग इस मौके पर बर्तन भी खरीदते हैं। इस दिन देवी लक्ष्मी का पूजन किया जाता है। इस मौके पर घरों की सफाई की जाती है और उन्हें सजाया जाता है। पिछले साल धनतेरस के मौके पर साने और चांदी की बिक्री में भारी गिरावट देखी गई थी। साल 2015 में पिछले में पिछले 10 सालों की सबसे कम सोने की खरीदारी की गई थी।
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इससे सर्राफा व्यापारी काफी निराश थे। पिछले साल सोने की खरीदारी सोने के भाव गिरने के बावजूद कम रही जबकि साल 2014 में सोने के दामों में वृद्धि के बावजूद भारी खरीदारी की गई थी। वहीं इसके उलट ऑटोमोबाइल्स के क्षेत्र में अच्छी खरीदारी देखने को मिली। ज्वेलरी की तुलना में इस सेक्टर में अच्छी खरीदारी हुई। इस बार सर्राफा व्यापरियों को अच्छी बिक्री की उम्मीद है। इस बार धनतेरस वीकेंड पर पड़ने से आभूषणों की खरीदारी में पिछले साल के मुकाबले वृद्धि हो सकती है।
