क्या आप सिगरेट पीते हैं? यदि आपका जवाब ‘हां’ हैं तो आज से ही सिगरेट पीना छोड़ दीजिए। विशेषज्ञों का कहना है कि सिगरेट पीने से न सिर्फ दिल और फेफड़े को नुकसान पहुंचता है, बल्कि यह आपको अंधा भी बना सकता है। रंगों की पहचान में भी परेशानी हो सकती है। यूं कहें तो ‘कलर ब्लाइंडनेस’ हो सकता है। सिगरेट पीने से रेटिना को नुकसान पहुंचता है। रेटिना आंख का वह हिस्सा है, जो किसी भी तस्वीर को दिमाग तक भेजता है। विशेषज्ञ का मानना है, “रेटिना एक कैमरे की फिल्म की तरह है जो प्रकाश किरणों को आवेगों में परिवर्तित करता है जो हमें देखने में मदद करते हैं।

सिगरेट पीने की वजह से रक्तप्रवाह में केमिकल कंपाउंड बढ़ जाते हैं,खून और ऑक्सीजन का प्रवाह रेटिना में कम हो जाता है। धूम्रपान की वजह से तंबाकू में मौजूद निकोटिन रेटिना और ऑप्टिकल नसों पर घातक प्रभाव डालते हैं। ऐसे में आंखों को लंबे समय तक प्रभाव छोड़ने वाली क्षति भी हो सकती है। धुम्रपान करने वालों में अन्य लोगों की अपेक्षा आंख खराब होने का दोगुना चांस होता है।

मनोरोग अनुसंधान पत्रिका में प्रकाशित एक हालिया अध्ययन में यह बात सामने आयी है कि धूम्रपान करने वालों ने लाल-हरे और नीले-पीले रंग की दृष्टि में महत्वपूर्ण बदलावों का संकेत दिए। इसमें यह सुझाव दिया गया कि न्यूरोटॉक्सिक रसायनों वाले पदार्थों का सेवन, जैसे कि सिगरेट, से आंख की रौशनी जाने का खतरा होता है। धूम्रपान दुनिया भर में विभिन्न बीमारियों और समय से पहले होने वाली मौतों का सबसे बड़ा कारण है। 2017 में द लैंसेट में प्रकाशित एक ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज स्टडी के अनुसार, 2015 में दुनिया के धूम्रपान करने वालों (63.6 प्रतिशत) के लगभग दो-तिहाई देशों में भारत टॉप 10 देशों में से एक था।

धूम्रपान करने से मोतियाबिंद, ग्लूकोमा इत्यादि हो सकता है। साथ ही आखों से संबंधित अन्य बीमारी भी हो सकती है। यदि इन बीमारियों की पहचान सही वक्त पर न हुई और समय से इलाज न हुआ तो इससे आखों की रौशनी समाप्त हो सकती है। जिन लोगों को मधुमेह की बीमारी है, उन्हें इस बात का ज्यादा ख्याल रखना चाहिए। यदि उन्हें देखने में किसी तरह की परेशानी होती है तो तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए और एक अपने जीवनशैली में बदलाव करना चाहिए। विशेषज्ञों के अनुसार, अनियंत्रित जीवन शैली, खाने की आदत और डिजिटल स्क्रीन पर लगातर बैठे रहने इत्यादि की वजह से आंख से संबंधित बीमारियों में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। ऐसे में धुम्रपान की लत और अधिक घातक साबित हो रही है।