अनार विभिन्न स्वास्थ्यकर गुणों से परिपूर्ण फल है। यह खाने में भी काफी स्वादिष्ट होता है। सदियों पहले से, जब दवाओं का चलन नहीं था, तब भी अनार का प्रयोग कई गंभीर बीमारियों के इलाज में प्रयुक्त होता था। प्राचीन काल से मिस्र और युनानी सभ्यता के वैद्यों ने भी आर्थराइटिस, सर्कुलेटरी डिसऑर्डर, पाचन संबंधी समस्याओं और संक्रमण के इलाज में अनार से बनाई गई दवाओं का प्रयोग करते आए हैं। इन गंभीर बीमारियों के अलावा अनार कई तरह की स्किन समस्याओं को भी जड़ से खत्म करने की क्षमता रखता है। आज हम ऐसे ही कुछ घरेलू नुस्खों के बारे में बात करेंगे जिनमें अनार का प्रयोग करके त्वचा की समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है।

त्वचा की सबसे पहली और बड़ी समस्या होती है चेहरे पर कील-मुहांसों का होना। दरअसल पाचनशक्ति खराब होने या फिर शरीर में किसी तरह के हार्मोनल असंतुलन की वजह से यह समस्या जन्म लेती है। अनार इस समस्या की जड़ों पर प्रहार करता है। यह न सिर्फ पाचन प्रक्रिया को दुरुस्त करता है बल्कि शरीर में रक्त संचार को बेहतर बनाता है, जिससे चेहरे पर से पिंपल्स आदि की समस्या तो दूर हो ही जाती है, साथ ही साथ त्वचा की रंगत भी बढ़ जाती है। अनार का जूस सूरज की पराबैगनी किरणों से डैमेज हुई आपकी त्वचा को निखारने में काफी मदद करता है। यह आपके चेहरे को हमेशा जवां बनाए रखने का सबसे बेहतर उपाय है।

त्वचा पर लगी चोट या फिर जली-कटी जगह पर अनार का बीज पीसकर लगा देने से अप्रत्याशित परिणाम देखने को मिलते हैं। यह बहुत तेजी से घावों को भरने में समर्थ है, साथ ही साथ त्वचा को इंफेक्शन से लड़ने में भी काफी मदद करता है। अनार की आणविक संरचना बहुत छोटी होती है, जिसकी वजह से यह त्वचा में गहराई से जाकर उसका पोषण करता है। अनार का तेल स्किन में काफी गहरे जाकर उसे मुलायम बनाता है, तथा ड्राइ स्किन की समस्या से बचाव करता है।