आज अनहेल्दी खाने की आदत और उसपर फिजिकल इनएक्टिविटी लोगों को अंदर से कमजोर बना रही है। वहीं, भागदौड़ भरी जिंदगी के चलते लोग हेल्थ पर ठीक तरह से ध्यान भी नहीं दे पाते हैं। ऐसे में वे समय के साथ कई गंभीर बीमारियों से घिर जाते हैं। यही वजह कि बड़े तो क्या आज युवा यहां तक की बच्चे भी 8-10 सीढ़ियां चढ़ने पर थक जाते हैं। अगर आपके साथ भी ऐसा ही कुछ होता है या सीढ़ियां चढ़ने के बाद आपकी सांस भी फूलने लगती है, तो बता दें कि इसे नजरअंदाज कर आगे बढ़ जाना आपके लिए भारी पड़ सकता है। इस तरह सीढ़ियां चढ़ने में हांफना कोई सामान्य संकेत बिल्कुल नहीं है, इसके पीछे कई कारण छिपे हो सकते हैं। आइए जानते हैं इसके बारे में-

सीढ़ियां चढ़ते वक्त क्यों फूल जाती है सांस?

सीढ़ियां चढ़ते समय थकान होना सामान्य घटना है, बशर्ते ये बहुत ही सीमित मात्रा में होनी चाहिए। अगर आप चौथे-पांचवे फ्लोर पर पहुंचते हुए हल्की थकान महसूस करते हैं, तो ये एक स्वस्थ शरीर की निशानी है। दरअसल, सीढ़ियां चढ़ने वक्त शरीर की कैलरी खर्च होती हैं और फैट पिघलता है। इसके लिए बॉडी को अधिक ऊर्जा की जरूरत होती है और यही वजह है कि हमें हल्की थकान का अनुभव होता है। हालांकि, अगर आप दूसरे-तीसरे फ्लोर तक सीढी चढने के बाद ही थक जाते हैं या आपको किसी तरह की समस्या का अनुभव होता है, तो ये अच्छे संकेत नहीं हैं। ये आपके शरीर में छिपी कमजोरी को दिखाता है। साथ ही ये हार्ट से जुड़े खतरे की ओर भी इशारा करता है। ऐसे में इसे नजरअंदाज करना बेहद हानिकारक साबित हो सकता है।

इन बातों का रखें खास ख्याल:

  • अपने कमजोर होते हृदय को बीमार होने से बचाने के लिए हेल्दी डाइट लें और पोषक तत्वों युक्त आहार का ही सेवन करें।
  • बता दें कि ये समस्या अधिक वजन बढ़ने के कारण भी हो सकती है, इससे भी हर्ट से जुड़ी परेशानी होने का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में जरूरी है कि खुद के शरीर का वजन सामान्य से ज्यादा न होने दें।
  • हर रोज पूरी नींद लें और दिन में सोने की आदत से बचें। नींद पूरी ना होने के चलते शरीर कमजोर होता है और जल्द ही बीमारियों की चपेट में आ जाता है।
  • नियमित रूप से व्यायाम व एक्सरसाइज करें।

वहीं, अगर इन बातों का ध्यान रखने के बाद भी आपको इस तरह की परेशानी होती है या अक्सर सीढ़िया चढ़ते वक्त आपको सिर घूमना, आंखों के सामने अंधेरा आ जाना जैसी समस्या का सामना करना पड़ रहा है, तो बिना देरी किए जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करें। यह क्रोनिक फैटीग सिंड्रोम (Chronic Fatigue Syndrome) का भी संकेत हो सकता है जिसे नजरअंदाज करना आपकी सेहत पर भारी पड़ सकता है।

Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।