शेयर बाजार के दिग्गज निवेशक राकेश झुनझुनवाला की Akasa एयरलाइन्स को नागरिक उड्डयन मंत्रालय की तरफ से हरी झंडी मिल गई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अगले साल गर्मियों तक अकासा उड़ान भरना शुरू कर देगी। बता दें, हाल ही में राकेश झुनझुनवाला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की थी।
बीते दिनों झुनझुनवाला से इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में इस मुलाकात को लेकर भी सवाल किया गया था। उनसे पूछा गया था, ‘उन्होंने (पीएम ने) आपको क्यों आमंत्रित किया…ये नहीं पूछेंगे हम। उन्होंने आपसे क्या कहा और आपने उनसे क्या कहा?’ इसके जवाब में उन्होंने कहा था, ‘सुहागरात में मेरी बीवी से क्या बात की थी..ये कोई बताने वाली बात है।’
अब सोशल मीडिया यूजर्स पीएम मोदी और झुनझुनवाला की मुलाकात और उनकी एयरलाइन्स कंपनी की मंजूरी को जोड़कर तंज कस रहे हैं। ट्विटर यूजर शाहिद लिखते हैं, ‘अब इसका ये मतलब है कि दूल्हे को मुंह दिखाई मिल गई है।’ एक यूजर लिखते हैं, ‘अब इन्हें समझ आएगा कि एयरलाइन्स चलाना कोई इनसाइडर ट्रेडिंग करने जैसा नहीं होता है।’ एएसएम डेनियल ने ट्विटर पर लिखा, ‘क्या ये वही झुनझुनवाला हैं जिनके सामने हमारे प्रधानमंत्री खड़े हुए थे और ये बैठे हुए थे। सरकार को ये समझना चाहिए और उनकी एयरलाइन्स की अर्जी तुरंत खारिज कर देनी चाहिए।’
सही साबित होगा फैसला? एक अन्य यूजर लिखते हैं, ‘एयर इंडिया का किराया अन्य एयरलाइन्स की तुलना में काफी कम है। लेकिन उसकी कनेक्टिविटी बहुत सीमित है। ऐसे में राकेश झुनझुनवाला की Akasa एयरलाइन्स को सीधा फायदा हो सकता है।’ यूजर विजय ने कमेंट किया, ‘अगर कोई लखपति से करोड़पति बनना चाहता है तो वो एयरलाइन्स की शुरुआत करता है। झुनझुनवाला इसका उदाहरण बनने जा रहे हैं।’
यूजर शुभाजीत ने इस पर लिखा, ‘अच्छा। ये बात राकेश जी छिपा रहे थे। आखिरकार राज खुल ही गया कि उस मुलाकात में क्या बात हुई थी।’ इरफान अहमद नाम के यूजर लिखते हैं, ‘इसका नाम तो इनसाइडर एयरलाइन्स होना चाहिए।’ यूजर धर्मेंद्र श्रीवास्तव लिखते हैं, ‘जिसके सामने प्रधानमंत्री जी खड़े रहते हों उसका काम न हो ऐसा कैसे हो जाएगा।’
एक अन्य यूजर लिखते हैं, ‘शुक्रिया मोदी जी। आपने देश के लोगों की चीजों को प्राइवेट कंपनियों के हाथों में देकर विकास कर दिया।’ एक यूजर ने टिप्पणी की, ‘तो इसीलिए पीएम मोदी मुलाकात के दौरान हाथ बांधे खड़े थे’।