अक्सर हम अपने शरीर के अलग-अलग अंगों में होने वाले दर्द को नजरअंदाज कर देते हैं। कई बार तो हम बिना चिकित्सकों से राय लिए दर्द की दवा तक ले लेते हैं। लेकिन शरीर के अंगों में होने वाले दर्द को नजरअंदाज करना हमपर भारी भी पड़ सकता है। कई चिकित्सकों का मानना है कि शरीर के कई ऐसे अंग हैं जिनमें होने वाले दर्द को हमें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। यह दर्द कैंसर के लक्षण भी हो सकते हैं। लिहाजा यह जानना बेहद जरूरी है कि हमें अपने शरीर के किन अंगों में होने वाले दर्द को कभी हल्के में नहीं लेना चाहिए ।
पेट में दर्द- कई लोग अक्सर पेट में दर्द रहने की शिकायत करते हैं। लोग इसे हल्के में लेते हैं और कई बार बिना चिकित्सकों से उचित सलाह लिए दवा खाकर इसका उपचार कर लेते हैं। लेकिन पेट में अक्सर उठने वाला दर्द पेट के कैंसर के लक्षण भी हो सकते हैं। पेट के कैंसर के लक्षणों में पेट दर्द, पेट में सूजन, बार-बार डकार, पाचन की समस्या, हार्टबर्न इत्यादि हैं। हालांकि इसके शुरुआती लक्षण बहुत स्पस्ट नहीं होते और कई लोग इसे छोटी-मोटी बीमारी समझने की भूल कर देते हैं। एक रिसर्च के मुताबिक ब्रिटेन में हर साल करीब 7000 लोग पेट के कैंसर की चपेट में आ जाते हैं।
ओवरियन कैंसर – ओवरियन कैंसर के लक्षण में पेट या पेल्विस में बेचैनी महसूस होना, सामान्य से ज्यादा बार पेशाब करना, भूख ना लगना, शरीरीक संबंध बनाते वक्त दर्द होना, हर समय थकान महसूस होना और वजन का तेजी से घटना इत्यादि शामिल हैं। शरीर के इस हिस्से में दर्द की शिकायत होने पर अवश्य रुप से चिकित्सकों से परामर्श लेना चाहिए।
बैक पेन – बैक पेन यानी पीठ के निचले हिस्से में दर्द को कई बार हम नजरअंदाज कर जाते हैं। पेन किलर या दर्द निवारक मरहमों से फौरी तौर पर इससे राहत तो मिल जाती है लेकिन एक्सपर्ट्स का मानना है कि बार-बार ऐसा होने पर चिकित्सकों से राय लेना बेहद ही जरूरी है। दरअसल अग्नाश्य कैंसर के शुरुआती लक्षणों में बैक पेन या पेट में दर्द भी शामिल है। इसके अलावा इस तरह के कैंसर के लक्षण में वजन घटना, पीलिया होना, डायरिया, कब्ज, खून का थक्का बनना इत्यादि शामिल है।
उदर की मांसपेशियों में दर्द- एब्डोमिनल पेन को नजरअंदाज करना घातक साबित हो सकता है। कई लोगों को एब्डोमिनल पेन, बेचैनी या फिर सूजन की शिकायत होती है। उदर की मांसपेशियों में अक्सर दर्द रहना बोवेल (Bowel) कैंसर के लक्षण भी हो सकते हैं। एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर शरीर के इस हिस्से में 4 हफ्तों से ज्यादा तक दर्द की शिकायत हो तो चिकित्सकों की सलाह जरूर है।
बहरहाल आपको बता दें कि कैंसर एक ऐसी बीमारी है जिसमें शरीर के किसी एक हिस्से में कोशिकाएं अनियंत्रित तरीके से बढ़ने लगती हैं और यह कैंसरग्रस्त कोशिकाएं पूरे शरीर के अंगों और उत्तकों को नुकसान पहुंचाती हैं।