नए साल के जश्‍न में 31 दिसंबर को लोग अक्‍सर इतनी शराब पी लेते हैं कि उनका साल का पहला दिन हैंगओवर में ही बीतता है। हैंगओवर क्‍यों होता है, इसका कोई ठोस कारण अभी तक पता नहीं चल सका है। इसके अलग-अलग कारण बताए जाते हैं। पर इससे बचने के कुछ टिप्‍स जरूर हैं। पहले हैंगओवर से जुड़े कुछ तथ्‍य जान लीजिए

>हैंगओवर अलग-अलग व्‍यक्ति में अलग-अलग तरह से दिखाई देता है। अमूमन पीने के आठ से 16 घंटे बाद इसका असर दिखाई देता है। मतली आना, व्‍यग्र होना, उल्‍टी होना आदि इसके लक्षण हैं।

>अल्‍कोहल जब आपके लिवर से होकर गुजरता है तो इसका संपर्क दो एंजाइम से होता है। ये एंजाइम हैं- एडीएच और एएलडीएच। इनका काम अल्‍कोहल को अलग कर शरीर से हटा देना है। एडीएच अल्‍कोहल को एसीटल्‍डेहाइड में बदल देता है। यह टॉक्सिक और कैंसर पैदा करने वाला तत्‍व है। एएलडीएच इस कंपाउंड को एसीटेट में तब्‍दील करता है जो आगे चल कर कार्बन डायऑक्‍साइड पानी में टूट जाता है। शोध से पता चला है कि एसीटल्‍डेहाइड की ज्‍यादा मात्रा मानसिक विकलांगता, याददाश्‍त जाना, मुंह सूखना, थकान आदि का कारण बनती है।

>डिहाइड्रेशन (शरीर में पानी की कमी) हैंगओवर का बहुत ही आम लक्षण है। अल्‍कोहल हमारे शरीर में वासोप्रेशर नाम का हारमोन बनने से रोकता है। यह हारमोन किडनी को बताता है कि वह कितना पानी रोक कर रख सकता है। इस हारमोन की कमी के चलते किडनी ज्‍यादा से ज्‍यादा पानी आपके ब्‍लैडर में डंप कर देता है।

>ज्‍यादा पी लेने के बाद आप खूब सोना चाहते हैं। अगर आप खूब सो भी लिए तो लगता है कि कम ही सोए हैं। इसका कारण दो न्‍यूरोट्रांसमीटर्स पर पड़ने वाला असर है। ये न्‍यूरोट्रांसमीटर नींद को नियंत्रित करते हैं। इनमें से एक न्‍यूरोट्रांसमीटर है गाबा। अल्‍कोहल इसे ज्‍यादा सक्रिय कर देता है, जिसका असर सेंट्रल नर्वस सिस्‍टम के कामकाज पर पड़ता है। दूसरा न्‍यूरोट्रांसमीटर है ग्‍लुटामेट। यह न्‍यूरल एक्टिविटी को जारी रखने में मदद करता है। लेकिन अल्‍कोहल के असर के चलते इसके निर्देश रिसेप्‍टर्स समझ नहीं पाते।
शुरू में वाइन, फिर टकीला और अंत में बीयर पीते वक्‍त तो मजेदार लगता है, पर सुबह यह उल्‍टी का कारण बनता है। ये तो हुई हैंगओवर से जुड़ी बात। पर इससे बचने के क्‍या हो सकते हैं उपाय? अब एक नजर कुछ टिप्‍स पर

>सुबह-सुबह अंडे खाएं। अंडे में एल-सिस्‍टीन एमीनो एसिड भरपूर मात्रा में पाई जाती है। इसकी मदद से शरीर के अंदर एसीटल्‍डेहाइड को ब्रेक करने में मदद मिलती है। इससे हैंगओवर के लक्षण कमजोर पड़ते हैं।

>शराब पीते वक्‍त हर पेग से पहले एक गिलास पानी पी लेना ठीक रहेगा। इससे डिहाइड्रेशन होने का खतरा कम हो जाता है।

>सोने से कम से कम डेढ़ घंटा पहले पीना बंद कर दें। इससे रात में जगना नहीं पड़ेगा और पूरी रात सो सकेंगे।

>ध्‍यान रखें कि जब आप पीना शुरू करें तो पेट भरा हो। बिना कुछ खाए शराब पीने से पेट खराब होने का खतरा रहता है।