बच्चे बहुत कोमल और नाजुक होते हैं इसलिए उनका खास ध्यान रखने की जरूरत होती है। बचपन में सिखाई हर बात बच्चे के दिमाग में रहती है। कुछ बच्चों के अंदर बचपन से ही आत्मविश्वास भरा होता है तो कुछ में इतना कम होता है जिससे उनकी जिंदगी प्रभावित होती है। ऐसे में यह माता-पिता का कर्तव्य होता है कि वो अपने बच्चों का ध्यान रखें और उनके अंदर का आत्मविश्वास बढ़ाएं। बच्चे जितनी बात माता-पिता की सुनते और समझते हैं उतनी किसी भी नहीं सुनते हैं। इसलिए अपने बच्चे का आत्मविश्वास बढ़ाने की कोशिश आपको बचपन से ही करनी शुरू कर देनी चाहिए।
उनकी तारीफ करें
यदि आपको लगता है कि आपका बच्चे के अंदर आत्मविश्वास की कमी है कि तो आप अपने बच्चे की तारीफ करें। वो अगर एक छोटी सी भी काम करते हैं तो आपको उनकी तारीफ करनी चाहिए, इससे उनके अंदर का आत्मविश्वास बढ़ेगा और और मन लगाकर किसी भी काम को करेंगे।
उनकी बातचीत करें
बच्चे से हमेशा बातचीत करने से भी उनके अंदर का आत्मविश्वास बढ़ता है। हमेशा अपने बच्चे से कोशिश करें कि ऐसी बातें करें जो उनके लिए मतलब से भरा हुआ हो। इससे उन्हें बातें समझ आएंगी।
उनकी गलती पर उन्हें डांटें नहीं
यदि आपका बच्चा कोई गलती करता है तो उसे डांटें नहीं बल्कि प्यार से उसे समझाएं ताकि वो उस गलती को दोबारा ना दोहराएं। यदि आप डांटेंगे तो इससे उनके अंदर का आत्मविश्वास कम होगा।
उन्हें प्रोत्साहित करें
अपने बच्चे का आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए आपको उनको हर छोटी-बड़ी बात के लिए प्रोत्साहित करने की जरूरत है। उन्हें इस बात का आभास दिलाना चाहिए कि कोई भी काम को करने के लिए सबसे जरूरी आत्मविश्वास का होना होता है।
किसी की मिसाल देकर समझाएं
यदि आपको लगता है कि आपके बच्चे में आत्मविश्वास की कमी है तो आपको उसे किसी ऐसे इंसान की मिसाल देनी चाहिए जिनके बारे में जानकर आपके बच्चे के अंदर आत्मविश्वास बढ़ जाए और वो भी उनके जैसा बनने की कोशिश करें।