Tips to avoid divorce: रितिक रोशन से लेकर अर्जुन रामपाल और अरबाज खान तक, बॉलीवुड के ये एक्टर्स आज अपनी पत्नी से अलग हो चुके हैं। ये सिर्फ कुछ नाम हैं, शादी और शादी के बाद तलाक बहुत से सितारों ने देखे हैं। एक दूसरे से अलग होना किसी भी कपल के लिए आसान नहीं होता। कोई नहीं चाहता कि उनकी जिंदगी में ये दिन आए। लेकिन फिर बी ऐसा अकसर देखने को मिलता है कि रिश्तों में कड़वाहट कुछ इस कदर भर जाती है कि एक दूसरे से अलग होना ही एक रास्ता बचता है। लेकिन ऐसा नहीं है कि तलाक जैसी नौबत आने से बचा जा सके। बहुत सी बातें ऐसी हैं जिन्हें हम अपनाकर रिश्तों को मजबूत बनाए रख सकते हैं।

अतीत को करें दरकिनार: अकसर देखने को मिलता है कि व्यक्ति का अतीत उसके वर्तमान और भविष्य पर भारी पड़ जाता है। ऐसे में जरूरी है किसी के साथ सात फेरे लेने से पहले उसके पास्ट के बारे में बी जान लें। अगर आपको लगे कि आप कंफर्टेबल हो तभी आगे बढ़ें। दूसरा ये कि अगर आपको शादी के बाद अपने पार्टनर के अतीत का कुछ पता चले तो कोशिश करें कि उसे नजरअंदाज किया जाए। क्योंकि बार बार किसी के अतीत को लेकर उसे प्रताड़ित करना किसी भी तरह से जायज नहीं है। अपने अतीत की सभी पुरानी गलतियों खामियों को भुलाते हुए जीवन की नई शुरूआत करें। भविष्य और नए सम्बन्धों की संभावना के प्रति सकारात्मक नजरिया अपनाएं। इससे आप और आपका पार्टनर दोनों खुश रहेंगे।

एक दूसरो को दोषी ठहराना बंद करें: एक दूसरे को इस चीज के लिए कबी जिम्मेदार या दोषी ना ठहराएं कि तुम्हारे कारण संबंध खराब हो रहे हैं। इस बारे में कोई फैसला देने से बचें। अगर आपको लगे कि गलती सामने वाले की है फिर बी कोशिश कर के उसे नजरअंदाज करें।

ताकि पैसे रिश्तों पर ना पड़ जाए भारी: रिश्तों में दरार आने का एक जो महत्वपूर्ण कारण होता है वो पैसा भी है। पैसों की तंगी अधिकतर रिश्तों को खत्म कर देती है। ऐसे में पति या पत्नी का दोनों में से किसी एक का अच्छे घर से होना बहुत जरूरी होता। अच्छे घर से हमारा मतलब फाइनेनशियली है। यानी एक का बहुत अमीर होना और दूसरे का गरीब होना भी कई बार तलाक का कारण बन जाता है। दरअसल, बात-बात पर झगड़े होने पर दोनों का एक-दूसरे की कमजोरी को गिनाने से भी तलाक हो जाता है। इसलिए अगर आपके बीच में ये चीज है तो आप पहले ही इसको लेकर सर्तक हो जाएं।

कम्युनिकेशन गैप को खत्म करें: किसी भी बात में संवाद को ना खत्म करें। कोशिश करें कि एक दूसरे से अगर कोई दिक्कत है तो उसे एक साथ बैठ कर बातचीत से हल करें। जिस दिन से कम्युनिकेशन पर रोक लग जाती है उसी दिन से रिश्तों की डोर कमजोर पड़नी शुरू हो जाती है।