Krishna Janmashtami 2024 Date And Time in Vrindavan Mathura Kab Manai Jayegi: हर साल भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को जन्माष्टमी का महापर्व मनाया जाता है। माना जाता है कि इसी दिन श्री कृष्ण ने कंस का अंत करने के लिए धरती पर जन्म लिया था। ऐसे में हिंदू धर्म में कृष्ण जी के जन्मदिवस को उत्सव की तरह खूब धूमधाम के साथ मनाया जाता है।

Happy Krishna Janmashtami 2024 Wishes Images, Quotes, Status: Download and Share

इस साल ये महापर्व कब मनाया जाएगा, आइए जानते हैं। साथ ही जानेंगे जन्माष्टमी से जुड़ी और भी कई जरूरी बातें-

Live Updates
06:05 (IST) 26 Aug 2024
आज मनाया जाएगा जन्माष्टमी का महापर्व

श्री कृष्ण की जन्मभूमि मथुरा समेत अधिकतर जगहों पर आज यानी सोमवार 26 अगस्त को जन्माष्टमी का महापर्व मनाया जा रहा है।

21:13 (IST) 25 Aug 2024
जन्माष्टमी पर खीरे का महत्व- Krishna Janam Kheera Importance

क्या आप जानते हैं जन्माष्टमी पर खीरे का महत्व?

जन्माष्टमी पर लड्डू गोपाल के साथ डंठल वाले खीरे को रखा जाता है। माना जाता है कि डंठल वाला खीरा गर्भनाल है। जन्माष्टमी के दिन खीरे को काटकर उसके तने से अलग किया जाता है। दरअसल इस दिन खीरे को श्री कृष्ण के माता देवकी से अलग होने का प्रतीक के रूप में देखा जाता है, इसलिए जन्माष्टमी की पूजा में भगवान कृष्ण के पास डंठल वाला खीरा रखना ना भूलें।

20:41 (IST) 25 Aug 2024
जन्माष्टमी की व्रत कथा-Janmashtami vrat katha

इस साल जन्माष्टमी का मुहूर्त 27 अगस्त को देर रात 12 बजे से लेकर 12 बजकर 45 मिनट तक है। ऐसे में इस दिन व्रत रखने और कथा पढ़ने का विशेष महत्व है।

भगवान श्रीकृष्ण की जन्म कथा

भगवान श्रीकृष्ण का जन्म मथुरा में हुआ था। बता दें कि द्वापर युग में कंस ने अपने पिता उग्रसेन राजा की राजगद्दी छीन ली थी और उन्हें जेल में बंद कर दिया था। इसके बाद कंस ने अपने आप को मथुरा का राजा घोषित कर दिया था। वहीं कंस की एक बहन भी थी। जिनका नाम देवकी था। कंस अपनी बहन देवकी की शादी वासुदेव के साथ धूम-धाम के साथ करा दिया। एक दिन एक भविष्यवाणी हुई कि कंस का वध करने के लिए देवकी का एक पुत्र पैदा लेगा। आकाशवाणी सुनकर कंस का रुह कांप उठा और वह घबराने लग गया।

तब उसने अपनी बहन देवकी और वासुदेव को जेल में कैद कर लिया और वासुदेव से कहा कि तुम अपने आठवीं संतान को मुझे सौंप दोगे। उसके बाद कंस ने देवकी और वासुदेव की 7 संतान को मार दिया। जब आठवीं का जन्म होने वाला था, तब आसमान में घोर घने बादल छा गए और तेज वर्षा होने लग गई। साथ ही आसमान में बिजली कड़कने लगी।

मान्यताओं के अनुसार, मध्यरात्रि 12 बजे जेल के सारे ताले टूट गए और वहां निगरानी कर रहे सभी सैनिक गहरी नींद में सो गए। इसके बाद वासुदेव ने भगवान कृष्ण को गोकुल में नंद बाबा के पास छोड़ आएं और मथुरा में जन्मी कन्या को मथुरा ला कर कंस को सौंप दें।

उसके बंद क्रोधित कंस को जैसे ही पता चला कि कन्या का जन्म हुआ है। वह उसे मारने के लिए जेल गया और अपना हाथ उठाया, तब अचानक से कन्या गायब हो गई। जिसके बाद आकाशवाणी हुई कि हे मुर्ख! तुम जुस शिशु को मारना चाहते ह, वे गोकुल में है। यह आकाशवाणी सुनकर कंस डर गया और राक्षसों को गोकुल भेजकर कान्हा को मारने की कोशिश की, लेकिन श्रीकृष्ण ने सभी राक्षसों को एक-एक कर मार दिया और उसके बाद भगवान विष्णुअवतार श्रीकृष्ण ने कंस का भी वध कर दिया।

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन व्रत के साथ-साथ इस कथा को अवश्य पढ़ें।

19:37 (IST) 25 Aug 2024
जन्माष्टमी पर याद करें भजन लिरिक्स

दिलदार कन्हैया ने,मुझको अपनाया है,रस्ते से उठा करके,सीने से लगाया है !!

ना कर्म ही अच्छे थे,ना भाग्य प्रबल मेरा,ना सेवा करि तेरी,ना नाम कभी तेरा,ये तेरा बड़प्पन है,मुझे प्रेम सिखाया है,रस्ते से उठा करके,सीने से लगाया है !!

Happy Janmashtami 2024

18:50 (IST) 25 Aug 2024
जन्माष्टमी के भजन-Janmashtami ke bhajan

कोटि ब्रहमाण्ड के अधिपति लाल की,हाथी घोडा पालकी जय कन्हैया लाल की,कोटि ब्रहमाण्ड के अधिपति लाल की,हाथी घोडा पालकी जय कन्हैया लाल की,ए गौवे चराने आयो जय यशोदा लाल की,गोकुल मे आनंद भयो जय कन्हैया लाल की,गैया चराने आयो जय यशोदा लाल की ॥

श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर गाएं ये सुंदर भजन

18:10 (IST) 25 Aug 2024
Happy janmashtami wishes in hindi: जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं

बृज में आनंद भयो, जय यशोदा लाल की।हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की॥

जन्माष्टमी 2024 की आप सभी को शुभकामनाएं

17:49 (IST) 25 Aug 2024
इन संदेशों के साथ अपनों को भेजें जन्माष्टमी की शुभकामनाएं

यहां हम आपके लिए श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के कुछ खास शुभकामना संदेश लेकर आए हैं, जिन्हें अपनों को भेजकर आप उन्हें कृष्ण जन्मोत्सव की बधाई दे सकते हैं।

यहां क्लिक कर पढ़ें जन्माष्टमी के शुभकामना संदेश-

17:10 (IST) 25 Aug 2024
Mathura Peda Recipe

इस जन्माष्टमी आप भी घर पर बना लें मथुरा के फेमस पेड़े।

यहां क्लिक कर पढ़ें आसान रेसिपी

16:19 (IST) 25 Aug 2024
जन्माष्टमी 2024 के लिए यहां से याद करें भजन

श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी,

हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥

पितु मात स्वामी, सखा हमारे,

हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥

॥ श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी...॥

बंदी गृह के तुम अवतारी

कहीं जन्में कहीं पले मुरारी

किसी के जाये, किसी के कहाये

है अद्भुद हर बात तिहारी ॥

है अद्भुद हर बात तिहारी ॥

गोकुल में चमके मथुरा के तारे

हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥

श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी,

हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥

पितु मात स्वामी, सखा हमारे,

हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥

अधर पे बंशी, ह्रदय में राधे

बट गए दोनों में आधे-आधे

हे राधा नागर, हे भक्त वत्सल

सदैव भक्तों के काम साधे ॥

सदैव भक्तों के काम साधे ॥

वहीं गए वहीं, गए वहीं गए

जहां गए पुकारे

हे नाथ नारायण वासुदेवा॥

श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी,

हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥

पितु मात स्वामी सखा हमारे,

हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥

गीता में उपदेश सुनाया

धर्म युद्ध को धर्म बताया

कर्म तू कर मत रख फल की इच्छा

यह संदेश तुम्ही से पाया

अमर है गीता के बोल सारे

हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥

श्री कृष्णा गोविन्द हरे मुरारी,

हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥

पितु मात स्वामी सखा हमारे,

हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥

15:27 (IST) 25 Aug 2024
कैसे बनाएं कान्हा जी का झूला?

जन्माष्टमी के मौके पर लड्डू गोपाल को झूला झुलाना बेहद शुभ माना जाता है। हालांकि, इसके लिए त्योहार के आसपास बाजारों में झूले के दाम बहुत अधिक बढ़ जाते हैं। ऐसे में अधिक खर्च से बचने के लिए आप घर पर ही बेहद आसानी से कान्हा जी का झूला बना सकते हैं।

यहां क्लिक कर जानें लड्डू गोपाल का झूला बनाने का आसान तरीका-

15:01 (IST) 25 Aug 2024
जन्माष्टमी 2024 पूजा का शुभ मुहूर्त
  • पंचांग के अनुसार, सुबह 5 बजकर 55 मिनट से 7 बजकर 36 मिनट तक अमृत चौघड़िया रहने वाला है। ये योग पूजा के लिए शुभ है।
  • इसके बाद अमृत चौघड़िया पूजन का मुहूर्त 3 बजकर 36 मिनट 6 बजकर 48 मिनट तक है।
  • निशीथ काल में भी आप पूजा कर सकते हैं, जो रात में 12 बजकर 1 मिनट से 11 बजकर 44 मिनट तक है।
  • 14:21 (IST) 25 Aug 2024
    जन्माष्टमी पर इस तरह बनाएं पंचामृत

    जन्माष्टमी के दिन आधी रात्रि श्री कृष्ण के जन्म के समय उनकी प्रतिमा को पंचामृत से स्नान कराया जाता है और इसके बाद इसे प्रसाद के रूप में बाटा जाता है।

    ऐसे में यहां क्लिक कर पढ़ें पंचामृत बनाने का आसान तरीका-

    13:28 (IST) 25 Aug 2024
    जन्माष्टमी पर लड्डू गोपाल को लगाएं श्रीखंड का भोग

    जन्माष्टमी के मौके पर श्रीकृष्ण को श्रीखंड का भोग लगाना अत्यंत शुभ माना गया है।

    ऐसे में यहां क्लिक कर जानें श्रीखंड बनाने का आसान तरीका-

    12:46 (IST) 25 Aug 2024
    जन्माष्टमी पर यहां से याद कर गाएं भगवान श्री कृष्ण की आरती-

    आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥

    आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥

    गले में बैजंती माला, बजावै मुरली मधुर बाला

    श्रवण में कुण्डल झलकाला, नंद के आनंद नंदलाला

    गगन सम अंग कांति काली, राधिका चमक रही आली

    लतन में ठाढ़े बनमाली भ्रमर सी अलक, कस्तूरी तिलक

    चंद्र सी झलक, ललित छवि श्यामा प्यारी की,

    श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की, आरती कुंजबिहारी की…॥

    कनकमय मोर मुकुट बिलसै, देवता दरसन को तरसैं।

    गगन सों सुमन रासि बरसै, बजे मुरचंग, मधुर मिरदंग ग्वालिन संग।

    अतुल रति गोप कुमारी की, श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की ॥

    ॥ आरती कुंजबिहारी की…॥

    जहां ते प्रकट भई गंगा, सकल मन हारिणि श्री गंगा।

    स्मरन ते होत मोह भंगा, बसी शिव सीस।

    जटा के बीच, हरै अघ कीच, चरन छवि श्रीबनवारी की

    श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की ॥ ॥ आरती कुंजबिहारी की…॥

    चमकती उज्ज्वल तट रेनू, बज रही वृंदावन बेनू

    चहुं दिसि गोपि ग्वाल धेनू

    हंसत मृदु मंद, चांदनी चंद, कटत भव फंद।

    टेर सुन दीन दुखारी की

    श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की ॥

    ॥ आरती कुंजबिहारी की…॥

    आरती कुंजबिहारी की श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥

    आरती कुंजबिहारी की श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥

    12:10 (IST) 25 Aug 2024
    जन्माष्टमी पर श्री कृष्ण को क्यों लगाया जाता है धनिया की पंजीरी का भोग?

    जन्माष्टमी के मौके पर लड्डू गोपाल को धनिये की पंजीरी का भोग लगाया जाता है। माना जाता है कि धनिये की पंजीरी श्री कृष्ण को अति प्रिय है। यही वजह है कि श्री कृष्ण जन्मोत्सव पर धनिया की पंजीरी बनाने की परंपरा काफी पुरानी है।

    यहां क्लिक कर पढ़ें धनिया की पंजीरी बनाने की आसान रेसिपी

    11:41 (IST) 25 Aug 2024
    Janmashtami 2024 Iskcon: इस्कॉन मंदिर में कब मनाई जाएगी जन्माष्टमी?

    इस्कॉन मंदिरों में जन्माष्टमी 26 अगस्त को मनाई जाएगी। मंदिर में सोमवार शाम से ही जन्माष्टमी से जुड़े कार्यक्रम शुरू हो जाएंगे और फिर रात 12 बजे भगवान कृष्ण का अभिषेक किया जाएगा।

    11:31 (IST) 25 Aug 2024
    56 भोग क्या है?

    जन्माष्टमी के मौके पर श्री कृष्ण को 56 भोग का प्रसाद चढ़ाया जाता है। इसमें-

    मिठाई: खीर, रबड़ी, रसगुल्ला, मूंग दाल हलवा, जीरा लड्डू, जलेबी, मोहनभोग, घेवर, पेड़ा

    फल: आम, केला, अंगूर, आलूबुखारा, सेब

    पेय: बादाम का दूध, नारियल पानी, लस्सी, चाचा

    स्वादिष्ट व्यंजन: साग, कढ़ी, पकौड़े, चावल, दही, पापड़, चीला, खिचड़ी, बैंगन की सब्जी, टिक्की, पूरी, दूध की सब्जी, मीठे चावल,भुजिया, पापड़, खिचड़ी,

    सूखे मेवे: बादाम, काजू, इलायची, पिस्ता

    अचार और नमकीन: शक्कर पारा, चटनी, मुरब्बा, सौंफ, पान, सुपारी और

    डेयरी उत्पाद: घी, सफेद मक्खन और मिश्री, लौंगपुरी, खुरमा, खजला, घेवर, मालपुआ, चोला, जलेबी, मेसू, रसगुल्ला शामिल होते हैं।

    56 भोग के बारे में अधिक जानने के लिए यहां क्लिक करें।

    10:40 (IST) 25 Aug 2024
    कब होगा भगवान कृष्ण का अभिषेक?

    मथुरा समेत ज्यादातर जगहों पर 26 अगस्त की शाम से ही जन्माष्टमी से जुड़े कार्यक्रम शुरू हो जाएंगे। वहीं, रोहिणी नक्षत्र में रात 12 बजे भगवान कृष्ण का अभिषेक किया जाएगा।

    जबकि वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में 27 अगस्त की रात 12 बजे भगवान कृष्ण का अभिषेक किया जाएगा।

    10:23 (IST) 25 Aug 2024
    क्या है जन्माष्टमी 2024 की सही तारीख?

    साल 2024 में जन्माष्टमी का महापर्व दो अलग-अलग तारीख को मनाया जाएगा। श्री कृष्ण की जन्मभूमि मथुरा समेत अधिकतर जगहों पर जहां जन्माष्टमी कल यानी सोमवार, 26 अगस्त को मनाई जाएगी। वहीं, कृष्ण जी की लीला स्थली कहे जाने वाले वृंदावन में मंगलवार, 27 अगस्त को जन्माष्टमी मनाने की बात कही जा रही है।

    इस साल ब्रजमंडल में जन्माष्टमी का पर्व दो अलग-अलग दिन मनाया जाएगा।