आज की भागदौड़ वाली जीवनशैली के लिए योग बहुत जरूरी होता है। नियमित योग के जरिए वजन में कमी, एक मजबूत एवं लचीला शरीर, सुंदर चमकती स्किन और शांत मन जैसे कई फायदें होते हैं। योग हमें शारीरिक, मानसिक रूप से और श्वसन में लाभ देता हैं। आइए आज हम ऐसे योगासन के बारे में बताते हैं जो पेट से जुड़ी समस्याओं में कारगर साबित होता है। हम बात कर रहे हैं धनुरासन की। धनुरासन यानी की अपने शरीर धनुष के आकार में मोड़ना, इस आसन के दौरान शरीर एक धनुष की तरह हो जाता है। इसलिए इस आसन को धनुरासन कहा गया है। इस आसन का रोजाना अभ्यास करने से पेट, गला, सीना, जांघ आदि की मांसपेशियां भी मजबूत होती हैं। आइए जानते धनुरासन के लाभ और करने का तरीका-
धनुरासन करने का तरीका: इस योगासन का अभ्यास खाली पेट और सुबह के समय में करना ज्यादा लाभकारी होता है। इस आसन के लिए सबसे पहले पेट के बल लेट जाएं। फिर घुटनों तक अपनी टांगों को मोड़ दीजिए। दोनों हाथों से अपने टखनों को पकड़ लीजिए। पांचों अंगुलियों को एक ओर रखिए। पहले पांव को बाहर की ओर खोलते हुए अपने घुटनों को ऊपर की ओर उठाइए। अब आगे से सांस भरते हुए छाती को भी उठाइए। गर्दन ऊपर उठाते हुए ऊपर की ओर देखिए। पूरी तरह धनुष की स्थिति में आ जाएं। पूरी शक्ति लगाते हुए आगे और पीछे का भाग उठाएं ताकि केवल पेट भूमि को छुए। करीब 10 से 20 सेकेंड के लिए इसी स्थिती में रहने की कोशिश करें। अब धीरे धीरे सांस छोड़ते हुए वापस आ जाएं। यह आसन दो से तीन बार करना चाहिए।
धनुरासन के लाभ: इस योगासन के नियमित अभ्यास से पेट से जुड़ी कई समस्याएं दूर हो सकती हैं। इनमें एसिडिटी, गैस, खट्टी डकार और सामान्य पेट दर्द जैसी समस्याएं शामिल हैं। हालांकि जिन लोगों को पेट में अल्सर की शिकायत है, उन्हें यह योगासन नहीं करना चाहिए। धनुरासन का अभ्यास रीड़ की हड्डी मजबूत और लचीली बनाता है। सामान्य कमर दर्द दूर होता है। एक्स्ट्रा फैट कम कर मोटापा घटाता है। इसके अलावा महिलाओं के पीरियड्स संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिए धनुरासन का अभ्यास उपयोगी होता है।
धनुरासन के लिए इन बातों का रखें ध्यान: प्रेगनेंट महिलाएं इस आसन का अभ्यास कतई न करें। जिन लोगों को हाई ब्लड प्रेशरल की शिकायत हो या रीड़ की हड्डी में कोई गंभीर समस्या हो वो लोग इस योगासन का अभ्यास न करें।
