Karwa Chauth 2019 Updates: देशभर में करवाचौथ मनाया जा रहा है। देश के कई राज्यों में चांद का दीदार हो चुका है। जगह-जगह महिलाएं मेहंदी लगवा रही हैं तो नए कपड़े भी खरीदे जा रहे हैं। इसके अलावा व्रत खोलने के लिए तरह-तरह के पकवान भी बन रहे हैं। बता दें कि राजस्थान में करवाचौथ की पूजा काफी अलग तरह से होती है। यहां के माधोपुर में एक पहाड़ी पर चौथ माता का मंदिर बना है, जहां पहुंचने के लिए 700 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं। करवाचौथ के दिन इस मंदिर में सुहागिनों का रेला लगा रहता है। बता दें कि देश के कई हिस्सों में करवाचौथ का व्रत राजमा चावल से भी खोला जाता है।
यह है करवाचौथ का मतलब: जानकारों के मुताबिक, करवाचौथ दो शब्दों से बना है। इसमें पहला शब्द करवा है, जिसका मतलब मिट्टी का बरतन होता है। वहीं, चौथ चतुर्थी तिथि के लिए इस्तेमाल किया गया है। ज्योतिषियों के मुताबिक, चंद्रमा की 27 पत्नियों में से उन्हें रोहिणी सबसे ज्यादा प्रिय है। यही वजह है कि यह संयोग करवाचौथ को खास बनाता है।
Highlights
भोपाल में चांद निकलने का समय- 8:25PM
इंदौर में चांद निकलने का समय- 8:32 PM
रायपुर में चांद निकलने का समय: 8: 11 PM
करवा चौथ मंत्र 'ॐ शिवायै नमः' बता दें कि यह मंत्र माता पार्वती का माना गया है। माना जाता है कि इस मंत्र का जप करवा चौथ के दिन करने से मां पार्वती प्रसन्न होती हैं। चांद के दिखने के बाद यह मंत्र पढ़ना शुभ माना जाता है।
चांद को अर्घ्य उस चुन्नी को ओढ़कर दें जिसे आपने कथा सुनते समय पहना था। चंद्रमा को छलनी में दीया रखकर उसमें से देखें, फिर उसी छलनी से तुरंत अपने पति को देखें। छलनी में दीया रखने का रिवाज़ इसलिए बना, क्योंकि पहले के समय में जब स्ट्रीट लाइट्स नहीं हुआ करती थीं, तो महिलाएं दीये के प्रकाश से अपने पति को देखती थीं।
करवा चौथ का चांद सबसे पहले कोलकाता में दिखेगा। यहां पर चांद शाम को 7 बजकर 42 मिनट पर दिखेगा। जबकि देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में व्रतियों को चांद सबसे अधिक इंतजार करवाएंगे।
जयपुर में चांद निकलने का समय- 8:29 PM
जोधपुर में चांद निकलने का समय- 8:38 PM
अजमेर में चांद निकलने का समय- 8: 31 PM
कोटा में चांद निकलने का समय- 8: 28 PM
अलवर में चांद निकलने का समय- 8: 21 PM
बीकानेर में चांद निकलने का समय- 8: 33 PM
पटना में चांद निकलने का समय- 7:49 PM
गया में चांद निकलने का समय- 7: 21 PM
मुजफ्फरपुर में चांद निकलने का समय- 7: 47 PM
नोएडा/ग्रेटर नोएडा में चांद निकलने का समय- 8: 15 PM
लखनऊ में चांद निकलने का समय- 8:08 PM
वाराणसी में चांद निकलने का समय- 7:58 PM
कानपुर में चांद निकलने का समय- 8: 09 PM
गोरखपुर में चांद निकलने का समय- 8: 09 PM
प्रयागरारज में चांद निकलने का समय- 8: 03 PM
बरेली में चांद निकलने का समय- 8:08 PM
मेरठ में चांद निकलने का समय- 8:14 PM
आगरा में चांद निकलने का समय - 8: 16 PM
बहराइच में चांद निकलने का समय- 8: 00 PM
फैजाबाद में चांद निकलने का समय- 7: 59 PM
झांसी में चांद निकलने का समय- 8: 18 PM
देहरादून में चांद निकलने का समय- 8:10 PM
माधोपुर स्थित यह मंदिर राजपूताना शैली का उत्कृष्ट उदाहरण है। यह सफेद संगमरमर का बना है। इस मंदिर में चौथ माता के साथ भगवान गणेश और भैरवनाथ की भी मूर्ति है। यह मंदिर करीब 1100 फीट की ऊंचाई पर स्थित है।
देशभर में करवाचौथ की धूम मची हुई है, लेकिन बिहार के कई इलाकों में यह त्योहार नहीं मनाया जाता है। दरअसल, यहां की महिलाएं वट सावित्री व्रत रखती हैं, जो पति की लंबी उम्र की कामना के लिए रखा जाता है। इसमें वट वृक्ष की पूजा की जाती है।
जानकार बताते हैं कि माधोपुर स्थित चौथ माता के मंदिर की मान्यता काफी ज्यादा है। यहां करवाचौथ के दिन देश-विदेश से काफी विवाहित जोड़े पहुंचते हैं और पूजा-अर्चना करके व्रत रखते हैं।
राजस्थान के माधोपुर में पहाड़ की चोटी पर चौथ माता का मंदिर है। इस मंदिर की स्थापना 1451 में हुई थी, जिसे राजा भीम ने बनवाया था। बता दें कि इस मंदिर तक पहुंचने के लिए 700 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं। करवाचौथ के दिन मंदिर में सुहागिनों का रेला लगा रहता है।
राजस्थान में करवाचौथ पर चौथ माता की पूजा की जाती है। चौथ माता को भगवान शिव की पत्नी पार्वती का ही रूप माना जाता है।
बता दें कि देश के कई इलाकों में करवाचौथ के पूजन में मट्ठी का भोग लगाने का रिवाज है। इस दौरान ध्यान रखने वाली बात यह है कि मट्ठी नमकीन या मीठी बनाने की जगह फीकी बनाएं, क्योंकि उसकी मान्यता काफी ज्यादा होता है।
जानकारी के मुताबिक, चंडीगढ़ में रात 8:14 बजे चांद निकलने का अनुमान है। वहीं, अमृतसर में 8:20 पर चांद का दीदार होगा।
देश के कई हिस्सों में करवाचौथ का व्रत राजमा चावल या किसी भी तरह का साबुत अनाज खाकर खोला जाता है। अगर आपके यहां भी ऐसा ही रिवाज है तो इसके बारे में पता जरूर करें। इसके लिए परिवार में इस रिवाज के बारे में बात करें और पूरी तैयारी रखें।
उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद में जेल में बंद 65 महिला बंदी भी अन्य महिलाओं के समान ही अपने पतियों की दीर्घायु की कामना करते हुए न केवल विधि-विधान से करवाचौथ का व्रत रख सकेंगी, बल्कि परम्परानुसार पति का चेहरा देख कर व्रत भी खोल सकेंगी। कारागार प्रशासन पतियों की मांग पर उनकी पत्नियों को यह सुविधा उपलब्ध कराने के प्रयास कर रहा है। मथुरा जिला कारागार के जेलर अरविंद पाण्डेय ने बुधवार को बताया, 'मथुरा जेल में कुल 103 सजायाफ्ता एवं विचाराधीन महिला बंदी निरुद्ध हैं। इनमें से 65 बंदियों ने अपने पतियों की याचना के अनुसार 17 अक्तूबर (गुरुवार) को करवाचौथ का व्रत रखने की सूचना कारावास प्रशासन को दी है। इसके लिए उन्होंने तैयारी भी शुरू कर दी है।'
सरगी की थाली में नट्स, सेवईं की खीर और मठरी होती है। करवाचौथ का व्रत रखने वाली शादीशुदा महिलाएं सूर्य निकलने से पहले यह सब अच्छे से खाती हैं। इसके बाद खूब सारा पानी पीया जाता है, क्योंकि इस व्रत में चांद निकलने तक कुछ भी नहीं खाने का रिवाज है।
करवाचौथ का व्रत शुरू करने से पहले सरगी खाने का भी रिवाज है। बता दें कि यह परंपरा पंजाबियों में सबसे ज्यादा मनाई जाती है। यह एक तरह की खाने की थाली होती है, जो सास अपनी बहू के लिए लेकर आती है। इसमें वह खाना होता है, जो सुबह जल्दी उठकर सूर्य निकलने से पहले खाया जाता है।
ज्योतिषियों के मुताबिक, इस बार करवाचौथ का लाभ उन महिलाओं को सबसे ज्यादा मिलेगा, जो पहली बार यह व्रत रख रही हैं। बता दें कि करवाचौथ की पूजा के दौरान महिलाएं पूरे दिन निर्जल व्रत रखती हैं और रात को छलनी से चांद देखने के बाद पति का चेहरा देख उनके हाथों से जल ग्रहण करके अपना व्रत पूरा करती हैं।