Karwa Chauth 2019 Updates: देशभर में करवाचौथ मनाया जा रहा है। देश के कई राज्यों में चांद का दीदार हो चुका है। जगह-जगह महिलाएं मेहंदी लगवा रही हैं तो नए कपड़े भी खरीदे जा रहे हैं। इसके अलावा व्रत खोलने के लिए तरह-तरह के पकवान भी बन रहे हैं। बता दें कि राजस्थान में करवाचौथ की पूजा काफी अलग तरह से होती है। यहां के माधोपुर में एक पहाड़ी पर चौथ माता का मंदिर बना है, जहां पहुंचने के लिए 700 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं। करवाचौथ के दिन इस मंदिर में सुहागिनों का रेला लगा रहता है। बता दें कि देश के कई हिस्सों में करवाचौथ का व्रत राजमा चावल से भी खोला जाता है।

यह है करवाचौथ का मतलब: जानकारों के मुताबिक, करवाचौथ दो शब्दों से बना है। इसमें पहला शब्द करवा है, जिसका मतलब मिट्टी का बरतन होता है। वहीं, चौथ चतुर्थी तिथि के लिए इस्तेमाल किया गया है। ज्योतिषियों के मुताबिक, चंद्रमा की 27 पत्नियों में से उन्हें रोहिणी सबसे ज्यादा प्रिय है। यही वजह है कि यह संयोग करवाचौथ को खास बनाता है।

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00:16 (IST)18 Oct 2019
सुरक्षा बलों में शामिल महिलाओं ने यूं मनाया करवा चौथ का त्योहार
20:40 (IST)17 Oct 2019
मध्‍य प्रदेश/ छत्तीसगढ़ के शहरों में चांद इस वक्त निकलेगा

भोपाल में चांद निकलने का समय- 8:25PM
इंदौर में चांद निकलने का समय- 8:32 PM
रायपुर में चांद निकलने का समय: 8: 11 PM

19:34 (IST)17 Oct 2019
जाने क्या है करवा चौथ का मंत्र

करवा चौथ मंत्र 'ॐ शिवायै नमः' बता दें कि यह मंत्र माता पार्वती का माना गया है। माना जाता है कि इस मंत्र का जप करवा चौथ के दिन करने से मां पार्वती प्रसन्न होती हैं। चांद के दिखने के बाद यह मंत्र पढ़ना शुभ माना जाता है।  

17:42 (IST)17 Oct 2019
चंद्रमा को अर्घ्य देते हुए इन बातों का ध्यान रखें

चांद को अर्घ्य उस चुन्नी को ओढ़कर दें जिसे आपने कथा सुनते समय पहना था। चंद्रमा को छलनी में दीया रखकर उसमें से देखें, फिर उसी छलनी से तुरंत अपने पति को देखें। छलनी में दीया रखने का रिवाज़ इसलिए बना, क्योंकि पहले के समय में जब स्ट्रीट लाइट्स नहीं हुआ करती थीं, तो महिलाएं दीये के प्रकाश से अपने पति को देखती थीं।

16:38 (IST)17 Oct 2019
करवा चौथ का चांद सबसे पहले कोलकाता में दिखेगा

करवा चौथ का चांद सबसे पहले  कोलकाता में दिखेगा। यहां पर चांद शाम को 7 बजकर 42 मिनट पर दिखेगा। जबकि देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में व्रतियों को चांद सबसे अधिक इंतजार करवाएंगे।

15:24 (IST)17 Oct 2019
राजस्‍थान के शहरों में इतने बजे निकलेगा चांद

जयपुर में चांद निकलने का समय- 8:29 PM
जोधपुर में चांद निकलने का समय- 8:38 PM
अजमेर में चांद निकलने का समय- 8: 31 PM
कोटा में चांद निकलने का समय- 8: 28 PM
अलवर में चांद निकलने का समय- 8: 21 PM
बीकानेर में चांद निकलने का समय- 8: 33 PM

14:41 (IST)17 Oct 2019
बिहार में यह है चांद निकलने का समय

पटना में चांद निकलने का समय- 7:49 PM
गया में चांद निकलने का समय- 7: 21 PM
मुजफ्फरपुर में चांद निकलने का समय- 7: 47 PM

14:00 (IST)17 Oct 2019
उत्तर प्रदेश के अलग-अलग शहरों में यह है चांद दिखने की टाइमिंग

नोएडा/ग्रेटर नोएडा में चांद निकलने का समय- 8: 15 PM
लखनऊ में चांद निकलने का समय- 8:08 PM
वाराणसी में चांद निकलने का समय- 7:58 PM
कानपुर में चांद निकलने का समय- 8: 09 PM
गोरखपुर में चांद निकलने का समय- 8: 09 PM
प्रयागरारज में चांद निकलने का समय- 8: 03 PM
बरेली में चांद निकलने का समय- 8:08 PM
मेरठ में चांद निकलने का समय- 8:14 PM
आगरा में चांद निकलने का समय - 8: 16 PM
बहराइच में चांद निकलने का समय- 8: 00 PM
फैजाबाद में चांद निकलने का समय- 7: 59 PM
झांसी में चांद निकलने का समय- 8: 18 PM
देहरादून में चांद निकलने का समय- 8:10 PM

13:40 (IST)17 Oct 2019
ऐसा है चौथ माता का मंदिर

माधोपुर स्थित यह मंदिर राजपूताना शैली का उत्कृष्ट उदाहरण है। यह सफेद संगमरमर का बना है। इस मंदिर में चौथ माता के साथ भगवान गणेश और भैरवनाथ की भी मूर्ति है। यह मंदिर करीब 1100 फीट की ऊंचाई पर स्थित है।

12:30 (IST)17 Oct 2019
बिहार के कई इलाकों में नहीं मनाया जाता करवाचौथ

देशभर में करवाचौथ की धूम मची हुई है, लेकिन बिहार के कई इलाकों में यह त्योहार नहीं मनाया जाता है। दरअसल, यहां की महिलाएं वट सावित्री व्रत रखती हैं, जो पति की लंबी उम्र की कामना के लिए रखा जाता है। इसमें वट वृक्ष की पूजा की जाती है।

11:59 (IST)17 Oct 2019
विदेशी भी पहुंचते हैं चौथ माता के मंदिर

जानकार बताते हैं कि माधोपुर स्थित चौथ माता के मंदिर की मान्यता काफी ज्यादा है। यहां करवाचौथ के दिन देश-विदेश से काफी विवाहित जोड़े पहुंचते हैं और पूजा-अर्चना करके व्रत रखते हैं।

10:51 (IST)17 Oct 2019
700 सीढ़ी चढ़कर महिलाएं करती हैं चौथ माता की पूजा

राजस्थान के माधोपुर में पहाड़ की चोटी पर चौथ माता का मंदिर है। इस मंदिर की स्थापना 1451 में हुई थी, जिसे राजा भीम ने बनवाया था। बता दें कि इस मंदिर तक पहुंचने के लिए 700 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं। करवाचौथ के दिन मंदिर में सुहागिनों का रेला लगा रहता है।

10:49 (IST)17 Oct 2019
राजस्थान में ऐसे मनाया जाता है करवाचौथ

राजस्थान में करवाचौथ पर चौथ माता की पूजा की जाती है। चौथ माता को भगवान शिव की पत्नी पार्वती का ही रूप माना जाता है।

10:30 (IST)17 Oct 2019
यहां करवाचौथ पर लगता है मट्ठी का भोग

बता दें कि देश के कई इलाकों में करवाचौथ के पूजन में मट्ठी का भोग लगाने का रिवाज है। इस दौरान ध्यान रखने वाली बात यह है कि मट्ठी नमकीन या मीठी बनाने की जगह फीकी बनाएं, क्योंकि उसकी मान्यता काफी ज्यादा होता है।

09:23 (IST)17 Oct 2019
पंजाब में यह है चांद निकलने की टाइमिंग

जानकारी के मुताबिक, चंडीगढ़ में रात 8:14 बजे चांद निकलने का अनुमान है। वहीं, अमृतसर में 8:20 पर चांद का दीदार होगा।

08:40 (IST)17 Oct 2019
यहां राजमा चावल से खोला जाता है करवाचौथ का व्रत

देश के कई हिस्सों में करवाचौथ का व्रत राजमा चावल या किसी भी तरह का साबुत अनाज खाकर खोला जाता है। अगर आपके यहां भी ऐसा ही रिवाज है तो इसके बारे में पता जरूर करें। इसके लिए पर‍िवार में इस र‍िवाज के बारे में बात करें और पूरी तैयारी रखें।

08:32 (IST)17 Oct 2019
करवाचौथ पर पतियों से मिल सकेंगी महिला कैदी

उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद में जेल में बंद 65 महिला बंदी भी अन्य महिलाओं के समान ही अपने पतियों की दीर्घायु की कामना करते हुए न केवल विधि-विधान से करवाचौथ का व्रत रख सकेंगी, बल्कि परम्परानुसार पति का चेहरा देख कर व्रत भी खोल सकेंगी। कारागार प्रशासन पतियों की मांग पर उनकी पत्नियों को यह सुविधा उपलब्ध कराने के प्रयास कर रहा है। मथुरा जिला कारागार के जेलर अरविंद पाण्डेय ने बुधवार को बताया, 'मथुरा जेल में कुल 103 सजायाफ्ता एवं विचाराधीन महिला बंदी निरुद्ध हैं। इनमें से 65 बंदियों ने अपने पतियों की याचना के अनुसार 17 अक्तूबर (गुरुवार) को करवाचौथ का व्रत रखने की सूचना कारावास प्रशासन को दी है। इसके लिए उन्होंने तैयारी भी शुरू कर दी है।'

08:01 (IST)17 Oct 2019
ऐसी होती है सरगी की थाली

सरगी की थाली में नट्स, सेवईं की खीर और मठरी होती है। करवाचौथ का व्रत रखने वाली शादीशुदा महिलाएं सूर्य निकलने से पहले यह सब अच्छे से खाती हैं। इसके बाद खूब सारा पानी पीया जाता है, क्योंकि इस व्रत में चांद निकलने तक कुछ भी नहीं खाने का रिवाज है।

07:58 (IST)17 Oct 2019
पंजाबियों में सबसे ज्यादा मशहूर है सरगी

करवाचौथ का व्रत शुरू करने से पहले सरगी खाने का भी रिवाज है। बता दें कि यह परंपरा पंजाबियों में सबसे ज्‍यादा मनाई जाती है। यह एक तरह की खाने की थाली होती है, जो सास अपनी बहू के लिए लेकर आती है। इसमें वह खाना होता है, जो सुबह जल्दी उठकर सूर्य निकलने से पहले खाया जाता है।

07:55 (IST)17 Oct 2019
पहली बार व्रत रखने वाली महिलाओं को मिलेगा लाभ

ज्योतिषियों के मुताबिक, इस बार करवाचौथ का लाभ उन महिलाओं को सबसे ज्यादा मिलेगा, ​जो पहली बार यह व्रत रख रही हैं। बता दें कि करवाचौथ की पूजा के दौरान महिलाएं पूरे दिन निर्जल व्रत रखती हैं और रात को छलनी से चांद देखने के बाद पति का चेहरा देख उनके हाथों से जल ग्रहण करके अपना व्रत पूरा करती हैं।