होली का त्योहार बिल्कुल नजदीक है। रंगों के इस त्योहार में हर कोई रंगों की मस्ती में डूब जाता है। होली के दौरान केमिकलयुक्त रंगों से होली खेलने ने कई बार लोगों को त्वचा में जलन, एलर्जी और बालों को नुकसान हो जाता है। अक्सर हम अपनी त्वचा पर विशेष ध्यान देते लेकिन कई बार इन रंगों से बालों को सबसे ज्यादा नुकसान हो सकता है। अगर होली खेलने से पहले कुछ चीजों को ध्यान से फोलो किया जाए तो रंगों से बालों को पहुंचने वाले नुकसान से बचा जा सकता है। होली के इस मौके पर हम आपको बताने जा रहे है कुछ छोटे-छोटे टिप्स को अपनाकर होली का पूरा मजा ले सकते हैं।
विशेषज्ञ के मुताबिक होली खेलने से 15 मिनट पहले आप अपने बालों पर तेल से मालिश कर लें। इसके लिए नारियल, जैतून, सरसों या किसी भी अन्य तेल का चयन कर सकते हैं। यह ध्यान रखें कि तेल गर्म न हो। इससे बालों को नुकसान हो सकता है। उन्होंने कहा कि होली खेलने के दौरान बालों को खुला नहीं छोड़ना चाहिए। खुले बाल ज्यादा रंग सोखते हैं, जिससे खोपड़ी पर रंगों का ज्यादा जमाव होता है। होली खेलने के दौरान बालों को टोपी या फिर स्कार्फ से पूरी तरह ढक लेना चाहिए।
विशेषज्ञ का सुझाव है कि होली खेलते समय टोपी के नीचे प्लास्टिक शॉवर कैप पहनने से बालों की सुरक्षा दोगुनी हो जाती है। सूखे रंगों से होली खेलने के बाद बालों को अच्छी तरह ब्रश कर लें। ब्रश करने मात्र से ही सिर पर जमे रंगों को हटाने में काफी मदद मिलती है। लेकिन अगर आपने गीले रंगों का प्रयोग किया है तो पहले सादे पानी से बालों को अच्छी तरह धो डालिए, उसके बाद शैम्पू लगाने के बाद फिर बालों को अच्छे से साफ पानी से धोएं। बालों पर जमे रंगों को जल्दी निकालने की कोशिश में शैम्पू को बालों पर बार-बार मत रगड़िए, क्योंकि बालों पर जमा रंग साफ होने में कुछ समय लग सकता है।
होली के रंगों को बालों से हटाने के लिए बेबी शैम्पू या नैचूरल शैम्पू का इस्तेमाल कर सकते हैं। विशेषज्ञ का सुझाव है कि होली के रंगों से सने बालों को गर्म पानी से नहीं धोना चाहिए, इससे बाल खराब हो सकते हैं। गर्म पानी बालों को रूखा बना देता है। इसके अलावा बाल धोने के बाद उसे ब्लो-ड्राई न करें, बल्कि प्राकृतिक तरीके से सूखने दें। होली के बाद बालों को स्पा ट्रीटमेंट दे सकते हैं। होली के दो सप्ताह बाद तक बालों को कलर न करें।
