हर साल इंटनेशनल विमेंस डे 8 मार्च को मनाया जाता है। दुनियाभर में इस दिन को महिलाओं के सम्मान और प्रशंसा के रूप में मनाया जाता है। अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस को इस दिन के रूप में मान्यता 1975 में मिली, जब संयुक्त राष्ट्र ने इसे एक थीम के साथ मनाने की शुरूआत की। सबसे पहले महिला दिवस साल 1909 में अमेरिका में मनाया गया था। इस दिन हर जगह अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है। कहीं महिलाओं को गिफ्ट्स दिया जाता है, तो कहीं फूल और चॉकलेट। इसके अलावा महिला दिवस के मौके पर लोग सोशल मीडिया के जरिए फोटोज, मैसेज, कोट्स और शायरी भेजते हैं और ढेर सारी शुभकामनाएं देते हैं।
1. जिसने बस त्याग ही त्याग किए
जो बस दूसरों के लिए जिए
फिर क्यों उसको धिक्कार दो
उसे जीने का अधिकार दो
महिला दिवस की शुभकामनाएं
2. क्यों त्याग करे नारी केवल
क्यों नर दिखलाए झूठा बल
नारी जो जिद्द पर आ जाए
अबला से चण्डी बन जाए
उस पर न करो कोई अत्याचार
तो सुखी रहेगा घर-परिवार
महिला दिवस की हार्दिक बधाई

Highlights
नारी एक मां है उसकी पूजा करो, नारी एक बहन है उसका स्नेह करो, नारी एक भाभी है उसका आदर करो, नारी एक पत्नी है उसका प्रेम करो, नारी एक औरत है उसका सम्मान करो।
टूटी हुई उम्मीदों की एक मात्र आस हो हर जान की तुम ही तो आधार हो नफरत की दुनिया में तुम ही तो प्यार हो उठो अपने अस्तित्व को संभालो केवल एक दिन ही नहीं हर दिन के लिए तुम खास हो।
हजारों फूल चाहिए एक माला बनाने के लिए, हजारों दीपक चाहिए एक आरती सजाने के लिए, हजारों बूंद चाहिए समुद्र बनाने के लिए, पर एक 'स्त्री' अकेली ही काफी है घर को स्वर्ग बनाने के लिए महिला दिवस की हार्दिक बधाई।
मां है वो, बेटी है वो,बहन है वो तो कभी पत्नी है वोजीवन के हर सुख दुख में शामिल है वोशक्ति है वो, प्रेरणा है वोनमन है उन सब नारियों कोजीवन के हर मोड़ पर, हमारा साथ देती है वो!
नारी तुम प्रेम हो, आस्था हो, विश्वास हो टूटी हुई उम्मीदों की एक मात्र आस हो हर जान का तुम ही तो आधार हो नफरत की दुनिया में तुम ही तो प्यार हो उठो अपने अस्तित्व को संभालो केवल एक दिन ही नहीं हर दिन के लिए तुम खास हो।
क्यों त्याग करे नारी केवल क्यों नर दिखलाए झूठा बल नारी जो जिद्द पर आ जाए अबला से चण्डी बन जाए उस पर न करो कोई अत्याचार तो सुखी रहेगा घर-परिवार महिला दिवस की हार्दिक बधाई।
मुस्कुराकर, दर्द भूलकर रिश्तों में बंद थी दुनिया सारी हर पग को रोशन करने वाली वो शक्ति है एक नारी महिला दिवस की शुभकामनाएं
प्यार और दुलार की मूर्ति नारी,ममता की मूर्ति है न्यारी। बच्चों से लेकर बूढ़ों तक, सभी को संवारती है नारी।
“राजनीति में, यदि आप कुछ चाहते हैं
तो एक आदमी से पूछो।
अगर आप कुछ भी किया हुआ चाहते हैं,
तो एक महिला से पूछो।”
मार्गरेट थैचर
बेटी-बहु कभी मां बनकर,
सबके ही सुख-दुख को सहकर,
अपने सब फर्ज़ निभाती है,
तभी तो नारी कहलाती है
हमारी संस्कृति में जो कुछ भी सुंदर है,
शुभ है, कल्याणकारी है, मंगलकारी है,
उसकी कल्पना नारी रूप में की गई है
सुबह का झरना हमेशा हंसने वाली औरतें,
झुटपुटे की नद्दियां खामोश गहरी औरतें,
उन के अंदर पक रहा है वक़्त का आतिश-फिशां,
जिन पहाड़ों को ढके हैं बर्फ जैसी औरतें
अर्ध सत्य तुम, अर्ध स्वप्न तुम, अर्ध निराशा आशा,
अर्ध अजित जित, अर्ध तृप्ति तुम, अर्ध अतृप्ति पिपासा,
आधी काया आग तुम्हारी, आधी काया पानी,
अर्धांगिनी नारी ! तुम जीवन की हो परिभाषा !
औरत ने जनम