प्रेम एक महत्वपूर्ण शब्द ही नहीं एक अहसास है जिसका हम सबके जीवन में होना बहुत ही जरूरी है। प्रेम के बिना इस सृष्टि की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। प्रेम से ही हम सबका वजूद है और हम सबको प्रेम की जरूरत होती है। प्रेम जितना छोटा शब्द है उसका दायरा उतना ही बड़ा है। प्रेम मां-बेटे, पिता-पुत्र, भाई-बहन, गुरु-शिष्य, लड़का-लड़की इत्यादि के बीच हो सकता है। प्रेम के बारे में यह भी कहा जाता है कि इसे कोई समझ नहीं पाया है। यदि इसे समझ और सोचकर किया जाए तो ये प्रेम नहीं रह जाता है।

आज वेलेंटाइन डे पर हम आपको प्रेम पर विद्वानों द्वारा दिए गए कुछ मशहूर कोट्स बता रहे हैं। इन कोट्स को आप चाहें तो अपने चाहने वाले को भेजकर अपनी प्रेम की गहराई को बयां कर सकते हैं और उसे और भी ज्यादा अपने दिल के करीब ला सकते हैं।

1. जहां प्रेम है, वहां जीवन है। -महात्मा गांधी

2. प्रेम ईश्वर की प्रतिमा है और निष्प्राण प्रतिमा नहीं, बल्कि दैवीय प्रकृति का जीवंत सार, जिससे कल्याण के गुण छलकते रहते हैं। -लूथर

3. प्रेम एक ऐसा फल है जो हर मौसम में पाया जाता है और जिसे सभी पा सकते हैं। -अज्ञात

4. प्रेम केवल खुद को ही देता है और खुद से ही पाता है। प्रेम किसी पर ‍अधिकार नहीं जमाता, न ही किसी के अधिकार को स्वीकार करता है। प्रेम के लिए तो प्रेम का होना ही बहुत है। -खलील जिब्रान

5. प्रेम की शक्ति नफरत की ताकत से हजारों गुना प्रभावशाली होती है। -अज्ञात

6.  प्रेम की शक्ति दंड की शक्ति से हजार गुनी प्रभावशाली और स्थायी होती है। -महात्मा गांधी

7. हमारे अन्तर में यदि प्रेम न जाग्रत हो, तो विश्व हमारे लिए कारागार ही है। -रविंद्रनाथ ठाकुर

8. हमेशा एक-दूसरे से मुस्कान के साथ मिलो, मुस्कान प्रेम की शुरुआत जो है। -मदर टेरेसा

9. प्रेम की पवित्रता का इतिहास ही मनुष्य की सभ्यता का इतिहास है, उसका जीवन है। -शरतचंद्र चटर्जी

10. प्यार का यही मतलब है को दो अकेले लोग एक दूसरे को सहारा दें, छूएं और अभिवादन करें। -रेनर मारिया रेल्फे

11. हमारे जीवन में जो भी दृढ और स्थायी खुशी है उसके लिए नब्बे प्रतिशत प्रेम ही उत्तरदायी है। -सी. एस. लुईस

12. केवल वो लोग जो कुछ भी नहीं बनने के लिए तैयार हैं प्रेम कर सकते हैं। -ओशो

13. प्रेम के अलावा प्रेम की और कोई इच्छा नहीं होती। पर अगर तुम प्रेम करो और तुमसे इच्छा किए बिना ना रहा जाए, तो यही इच्छा करो कि तुम पिघल जाओ प्रेम के रस में और प्रेम के इस पवित्र झरने में बहने लगो। -खलील जिब्रान

14. प्रेम क्रय नहीं किया जाता, वह अपने आप को अर्पित करता है। -लांग फेलो

15. प्रेम का नाता संसार के सभी संबंधों से पवित्र और श्रेष्ठ है। -प्रेमचंद