Happy Pongal 2020 Whatsapp Wishes Images, Status, Quotes, Messages, Photos: पोंगल एक तमिल फसल उत्सव है। यह थैंक्सगिविंग डे के समान है। कृषि आधारित सभ्यता में, फसल एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। जमीन पर खेती करने वाला किसान अपने मवेशियों, समय पर बारिश और सूर्य पर निर्भर करता है। वर्ष में एक बार, वह हर चीज के लिए अपना आभार व्यक्त करता है जो फसल उत्सव का प्रतीक है। 15 जनवरी को हल साल पोंगल सेलिब्रेट किया जाता है। इस महीने के पहले दिन को “पोंगल दिवस” के रूप में जाना जाता है। पोंगल का अर्थ है थाई महीने के दौरान दूध और चावल का “उबलना”।

Happy Pongal 2020 Wishes Images, Quotes, Status, Wallpapers, Messages, Photos, Pics:

फसल के मौसम के रूप में, हर कोई पोंगल की इच्छाओं का आदान-प्रदान करता है, यह उम्मीद करता है कि यह सौभाग्य और अच्छे जयकार के अग्रदूत लाता है। लोग एक-दूसरे के अच्छे समय, सुख शांति और समृद्धि की कामना करते हैं। वे तमिल में “पोंगलो पोंगल” और “पोंगुम मंगलम इंगम थंगुगा” कहकर एक-दूसरे का अभिवादन करते हैं। नए साल की शुरुआत आपसी सम्मान, समझदारी, विश्वास और ईमानदारी से सहयोग से की जाती है।

पोंगल का महत्व: यह मूल रूप से फसल कटाई का त्यौहार है या इसे ‘धन्यवाद पर्व’ के रूप में माना जा सकता है क्योंकि यह त्यौहार सूर्य देव और भगवान इंद्र को बेहतर उपज देने में किसानों की मदद करने के लिए धन्यवाद देने के लिए मनाया जाता है। त्योहार के दौरान, लोग पुराने सामानों को अस्वीकार कर देते हैं और नए सामान का स्वागत करते हैं।

पोंगल: जैसा कि हम जानते हैं कि भारत एक कृषि प्रधान देश है और अधिकांश त्योहारों का झुकाव प्रकृति की ओर होता है। एक अन्य त्योहार की तरह, पोंगल को उत्तरायण पुण्यकलम के रूप में जाना जाता है जो हिंदू पौराणिक कथाओं में विशेष महत्व रखता है और इसे बेहद शुभ माना जाता है।

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Highlights

    11:43 (IST)15 Jan 2020
    पोंगल की अन्य मान्यता

     
    एक अन्य कथा इन्द्र और कृष्ण से जुड़ी है। गोवर्धन पर्वत उठाने के बाद ग्वाले फिर से अपनी नगरी को बसाने और बैलों के साथ फिर से फसल उगाही का कार्य करते हैं। यह भी मान्यता है कि प्राचीनकाल में द्रविण शस्य उत्सव के रूप में इस पर्व को मनाया जाता था। यह भी कहा जाता है कि यह पर्व मदुरै के पति-पत्नी कण्णगी और कोवलन की कथा से जुड़ा है।
    11:03 (IST)15 Jan 2020

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    11:03 (IST)15 Jan 2020
    पोंगल त्यौहार मनाने का तरीका (Celebration of the Pongal Festival) –

    पोंगल का त्यौहार एक दिन का त्यौहार नहीं है, बल्कि इसे 4 चार दिन तक मनाया जाता है. हिन्दू धर्म में पोंगल को साल के सबसे महत्वपूर्ण त्यौहार में से एक के रूप में गिना जाता है. इसके मह्त्व के तथ्य से यह निहित है, कि यह भगवान को जोकि प्रकृति के निर्माता हैं, फसल के उत्कर्ष मौसम के लिए उन्हें धन्यवाद कहने के लिए मनाया जाता है।

    10:26 (IST)15 Jan 2020
    Happy Pongal 2020: जानिए क्या है पोंगल का अर्थ

     
    पोंगल के पहले अमावस्या को लोग बुरी रीतियों का त्यागकर अच्छी चीजों को ग्रहण करने की प्रतिज्ञा करते हैं। यह कार्य 'पोही' कहलाता है तथा जिसका अर्थ है- 'जाने वाली।' पोंगल का तमिल में अर्थ उफान या विप्लव होता है। पोही के अगले दिन अर्थात प्रतिपदा को दिवाली की तरह पोंगल की धूम मच जाती है।
    09:48 (IST)15 Jan 2020
    Happy Pongal 2020 Wishes: पोंगल के लिए शुभकामनाएं

    भगवन करे कि आपके दिल में प्यारऔर मोहब्बत हमेशा उसी तरह बनी रहे,
    जैसे पोंगल के मटके में चावलपोंगल की हार्दिक शुभकामनएं!

    09:17 (IST)15 Jan 2020
    Happy Pongal 2020 Quotes: इस पोंगल लोगों को दें बधाई

    पोंगल के इस पावन मौके पर भगवान सूर्य आपको अपनी गरमाहट दें
    यह पावन त्योहार आपको गन्ने की मिठास की तरह और मीठा बनाए
    मेरी ओर से पोंगल की शुभकामनाएं।

    09:16 (IST)15 Jan 2020
    पोंगल पर्व की ढेर सारी शुभकामनाएं

    खुशी और उत्साह के साथ पोंगल
    मनोरंजन और उल्लास के साथ पोंगल



    09:15 (IST)15 Jan 2020
    Happy Pongal 2020 Wishes: पोंगल की हार्दिक शुभकामनाएं

    भगवान करे कि आपके दिल में प्यार
    और मोहब्बत हमेशा उसी तरह बनी रहे
    जैसे कि पोंगल के मटके में चावल

    09:15 (IST)15 Jan 2020
    Happy Pongal 2020: अपनों को भेजकर ये संदेश दें पोंगल की शुभकामनाएं

    तन में मस्ती, मन में उमंग
    चलो आकाश में डाले रंग
    हो जाएं सब संग संग, उड़ाए पतंग
    Happy Pongal

    09:14 (IST)15 Jan 2020
    पोंगल का महत्व:

    यह मूल रूप से फसल कटाई का त्यौहार है या इसे 'धन्यवाद पर्व' के रूप में माना जा सकता है क्योंकि यह त्यौहार सूर्य देव और भगवान इंद्र को बेहतर उपज देने में किसानों की मदद करने के लिए धन्यवाद देने के लिए मनाया जाता है। त्योहार के दौरान, लोग पुराने सामानों को अस्वीकार कर देते हैं और नए सामान का स्वागत करते हैं।