होली के आते ही बाजार के रंगों में केमिकल की मिलावट को याद करके इस त्योहार को मनाने का उत्साह कम मत कीजिए। इस बार अपने किचन से ऑरगेनिक होली मनाने का रास्ता निकालिए और बेखौफ होकर रंगों की मस्ती में सराबोर हो जाइए। आपको इन रंगों को बनाने की जानकारी दे रही हैं एल्पस ब्यूटी क्लीनिक एंड एकेडमी की फांउडर डॉयरेक्टर और कॉस्मेटोलॉजिस्ट डॉ. भारती तनेजा।

गुलाबी रंग: कुछ चुकंदर लें और उनको छोटे -छोटे टुकड़ों में काट लें। अब उनको बारीक पीसकर उसका रस निकाल लें। अब इस चुकंदर के रस में कुछ स्टार्च मिलाएं और इसकी रोटियां बनाने के लिए इसे अच्छी तरह से गूंध लें। इन रोटियों को एक या दो घंटे के लिए सूखने के लिए छोड़ दें और फिर सूखने पर बारीक़ पीस लें।

पीला रंग: थोड़ी सी कच्ची हल्दी को पीस लें।उसमे स्टार्च मिलाएं और इस मिक्सचर को गूंथें । इस आटे से रोटियां बनाएं और उन्हें आधे घंटे के लिए सूखने के लिए छोड़ दें। इन सूखी रोटियों को महीन पाउडर में पीस लें और आपका पीला, प्राकृतिक गुलाल तैयार है।

हरा रंग: हरा रंग का विचार आते ही पालक की याद आती है . इस होली पर पालक को पीसकर उसका रस निचोड़ लें। उसमे स्टार्च मिलाएं और इस मिक्सचर को गूंथें । इस आटे से रोटियां बनाएं और कुछ मिनटों के लिए सूखने के लिए छोड़ दें। सूख जाने पर इन रोटियों को एक महीन पाउडर में पीस लें और फिर हरे रंग की हरियाली सब पर बिखेर दें ।

नारंगी रंग: कुछ टेसू या पलाश के फूल और कुछ मैरीगोल्ड फूल लें। उनके रस को निचोड़ें और इसे स्टार्च के साथ मिलाकर गूंथें और उस मिक्सचर की रोटियां बनाएं। इन रोटियों को सूखने दें और सूखने के बाद पीस कर ब्राइट ऑरेंज कलर का पाउडर बना लें ।

बलम पिचकारी
इस होली पर सिर्फ होली के रंग ही क्यों, इस बार पिचकारी के पानी में भी कुछ मजेदार और ताजा खुशबू को बिखेर कर माहौल खुशनुमा बना दें:

– इसके लिए आधा किलो गुलाब की पंखुड़ियां लें और उन्हें उबालें। इस उबले पानी को छान दें और इसे अपने होली के पानी के साथ मिलाएं।
– चमेली के फूल कुछ नए मज़े में डुबकी लगाने के लिए एकदम फूल हैं। चमेली के फूलों को उबालें और पानी को कुछ घंटों के लिए ठंडा होने के लिए छोड़ दें। इसको छान कर यह उपयोग करने के लिए तैयार है।
– संतरे के कुछ छिलके लें और उन्हें पानी से भरी बाल्टी में रात भर छोड़ दें। इसकी भीनी भीनी खुशबू आपके मेहमानों की स्वागत करेगी