नवरात्रि का त्योहार साल में दो बार आता है। पहला मार्च या अप्रैल में और दूसरा अक्टूबर में आता है। इस पर्व का इंतजार हर कोई करता है और बहुत ही उत्साहपूर्वक मनाता है। नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। मां दुर्गा के भक्त पूरे नौ दिन उनके प्रति अपनी श्रद्धा के लिए फास्ट रखते हैं और कुछ लोग पहले और अंतिम दिन व्रत रखते हैं।

चैत्र नवरात्रि के नौवें दिन को भगवान राम के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। हर कोई इस पर्व को अलग-अलग तरीके से मनाता है। बच्चे मां दुर्गा की मूर्ति देखकर और घूमकर तो वहीं बड़ें भगवान के प्रति अपनी श्रद्धा दिखाकर। इस पर्व पर लोग एक-दूसरे को बधाई देते हैं और मां दुर्गा से उनके बेहतर स्वास्थ्य की कामना भी करते हैं। आप भी अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को ये फोटोज और वॉलपेपर भेजकर चैत्र नवरात्रि की बधाई दे सकते हैं।

 

 

 

Live Blog

23:00 (IST)05 Apr 2019
नए साल में खुल जाएगा आपकी किस्मत का ताला

नया साल बन के आए उजाला, खुल जाए आपकी किस्मत का ताला, हमेशा आप पर रहे मेहरबान ऊपर वाला, यही दुआ करता हैं आपका यह चाहने वाला।

22:10 (IST)05 Apr 2019
नवरात्र की शुभकामनाएं

लक्ष्मी का हाथ हो
सरस्वती का साथ हो
गणेश का निवास हो
और माँ दुर्गा के आशीर्वाद से
आपके जीवन में प्रकाश ही प्रकाश हो….
!! हैप्पी चैत्र नवरात्रि !!

21:53 (IST)05 Apr 2019
भेजें नवरात्र की बधाइयां

सर्व मंगल मांगल्ये
शिवे सर्वार्थ साधिके
शरण्ये त्र्यम्बके गौरी
नारायणी नमोस्तुते
चैत्र नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं

21:22 (IST)05 Apr 2019
श्रद्धालुओं को पसंद है यह संदेश

माता जिनको याद करे वो लोग निराले होते हैं
माता जिनके नाम पुकारे किस्मत वाले होते हैं।

20:55 (IST)05 Apr 2019
नवरात्रि 2019 संदेश

हे मां तुमसे विश्वास ना उठने देना,

तेरी दुनिया में भय से जब सिमट जाऊं,

चारो ओर अंधेरा ही अंधेरा घना पाऊं,

बन रोशनी तुम राह दिखा देना.

20:22 (IST)05 Apr 2019
भक्तों को पसंद आएगा मैसेज

उसकी शरण में ये सारा जहां है
चरणों में उसके मेरा नमन है
हम सभी उसके चरणों की धूल हैं
मां-बेटे के ये रिश्ते अमूल्य हैं।

19:55 (IST)05 Apr 2019
भक्तों को भेजें यह मैसेज

हमें था जिसका इंतजार वो घड़ी आ गई
होकर सिंह पर सवार माता रानी आ गई

19:28 (IST)05 Apr 2019
साल में 4 बार आती है नवरात्रि

साल में चार बार नवरात्रि आती है। आषाढ़ और माघ में आने वाले नवरात्र गुप्त नवरात्रि होते हैं जबकि चैत्र और अश्विन प्रगट नवरात्रि होते हैं। चैत्र के ये नवरात्र पहले प्रगट नवरात्रि होते हैं। चैत्र नवरात्र से हिन्‍दू वर्ष की शुरुआत होती है। वहीं शारदीय नवरात्र (के दौरान दशहरा मनाया जाता है।

18:57 (IST)05 Apr 2019
कलश स्थापना के लिए सामान

मिट्टी का कलश और ढकने के लिए ढक्कन, जौ, साफ मिट्टी, रक्षा सूत्र, लौंग इलाइची, रोली और कपूर, आम के पत्ते, पान के पत्ते, साबुत सुपारी, अक्षत, नारियल, फूल, फल, ढक्कन में भरने के लिए चावल या फिर गेंहू।