Isudan Gadhvi Lifestyle and Property Details: आम आदमी पार्टी (AAP) ने गुजरात विधानसभा चुनाव (Gujrat Assembly Election) में किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले ईसुदान गढवी (Isudan Gadhvi) को मुख्यमंत्री का उम्मीदवार बनाया है। ईसुदान को गुजरात का अरविंद केजरीवाल भी कहा जाता है। पत्रकारिता छोड़कर सियासत के मैदान में उतरे ईसुदान गढवी द्वारका जिले की खमबालिया विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। AAP नेता गढवी ने चुनाव आयोग को जो हलफनामा दिया है, उसमें अपनी प्रॉपर्टी से लेकर तमाम चीजों का ब्योरा दिया है।

कितनी प्रॉपर्टी के मालिक हैं ईसुदान गढवी (Isudan Gadhvi Property Details)

द्वारका जिले के पिपलिया गांव में 10 जनवरी 1982 को जन्मे ईसुदान गढवी ने बताया है कि उनके पास 1 करोड़ रुपये से थोड़ा ज्यादा की प्रॉपर्टी है। इसमें पत्नी समेत उनके 15.61 लाख रुपये की चल संपत्ति और 95.25 लाख रुपये की अचल संपत्ति है। वहीं, पति-पत्नी पर 50.45 लाख रुपये का कर्ज भी है। जो उनकी कुल संपत्ति का करीब आधा है।

ईसुदान गढवी (Isudan Gadhvi) ने अपने हलफनामे में बताया है कि उनके ऊपर कुल 2 एफआईआर (FIR) दर्ज हैं। एक 2021 में और दूसरी इसी साल दर्ज हुई है। यह केस एपिडेमिक एक्ट से लेकर सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने जैसी धाराओं में दर्ज हैं।

ईसुदान को कॉलेज की एक घटना ने पत्रकार बनने को किया था प्रेरित

आपको बता दें कि ईसुदान गढवी (Isudan Gadhvi) किसान परिवार से हैं। उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई-लिखाई गांव से ही की है। इसके बाद कॉलेज की पढ़ाई के लिए जामनगर आ गए। ईसुदान के पत्रकार बनने की घटना भी दिलचस्प है। जिन दिनों वे कॉलेज में पढ़ रहे थे, उसी दौरान कवरेज के लिए वहां कुछ पत्रकार आए। ईसुदान ने देखा कि पत्रकार सबसे बेखौफ होकर सवाल कर रहे हैं। ईसुदान ने उसी दिन अपने मन में पत्रकार बनने की ठान ली। ग्रेजुएशन खत्म करते ही पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएशन के लिए गुजरात विद्यापीठ, अहमदाबाद में दाखिला ले लिया।

ईसुदान गढ़वी ने पत्रकारिता में कमाया नाम

ईसुदान गढवी (Isudan Gadhvi) ने पत्रकारिता की पढ़ाई पूरी करने के बाद रीजनल न्यूज चैनल में बतौर रिपोर्टर नौकरी की शुरुआत की। फिर ईटीवी के साथ जुड़े और 2015 में अहमदाबाद ब्यूरो चीफ बन गए। साल 2016 में उन्होंने वीटीवी चैनल में संपादक के रूप में ज्वाइन किया और ”महामंथन” नाम से शो की शुरुआत की। इसमें किसानों से लेकर रोजगार जैसे मसले प्रमुखता से दिखाए गए और यह शो देखते ही देखते खूब पॉपुलर हो गया।

AAP में क्यों शामिल हुए थे गढ़वी?

ईसुदान गढवी पिछले साल जून में ही आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे। इस समय पार्टी के राष्ट्रीय संयुक्त महासचिव हैं। बीबीसी गुजराती को दिये एक इंटरव्यू में ईसुदान कहते हैं कि कोरोना महामारी के दौरान उन्होंने जिस तरह की लाचारी देखी और जैसी अव्यवस्था का सामना किया, उसके बाद उनके मन में आया कि इसे कौन बदल सकता है? इसके बाद उनके मन में AAP का नाम आया। आपको बता दें कि अरविंद केजरीवाल के आम आदमी पार्टी ने गुजरात में सीएम उम्मीदवार के लिए सर्वे कराया था। पार्टी का दावा है कि 73 फीसदी लोगों ने ईसुदान गढ़वी को चुना था। इसी के बाद उनका नाम प्रस्तावित किया गया है।