क्या आपको पता है कि एक ग्लास से ज्यादा वाइन या कोई और एल्कोहल लेने से ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा बढ़ सकता है। जो महिला रोज 2 युनिट से ज्यादा एल्कोहल लेती है उसमें 16 प्रतिशत तक ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है, और रोज पांच युनिट से ज्यादा एल्कोहल लेने से 40 प्रतिशत तक ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है। 1000 महिलाओं में अगर वह शराब नहीं पीती हैं तो उनमें 109 महिलाओं को कैंसर होने का खतरा रहता है। वहीं अगर महिलाएं हफ्ते में में 14 युनिट या इससे कम शराब पीती हैं तो उनमें 126 महिलाओं में इस बीमारी का शिकार होने का चांस होता है। अगर हफ्ते में पीने का कोटा 14 युनिट से 35 और उससे ज्यादा है तो 1000 में करीब 153 महिलाओं को कैंसर का खतरा रहता है।

अमेरिकन इंस्टिट्यूट फॉर कैंसर रिसर्च और वर्ल्ड कैंसर रिसर्च फण्ड द्वारा दी गयी रिपोर्ट में यह कहा गया है कि रोजाना एक्सरसाइज करने, दौड़ने और साइकिल चलाने से प्री-मीनोपॉज और पोस्ट-मीनोपॉज दोनों समय में ही ब्रैस्ट कैंसर का खतरा कम होता है। रिसर्च में यह भी आया है कि हेल्दी खाने से, एक्टिव लाइफस्टाइल, वजन कंट्रोल में रखने से और एल्कोहल का कम सेवन करने से इस पर कंट्रोल रखा जा सकता है।

यह रिपोर्ट 119 स्टडीज को देखने के बाद सामने आई है। इसमें 12 मिलियन ंमहिलाएं शामिल थीं और 2,60,000 ब्रेस्ट कैंसर के केस शामिल थे। इसके बाद यह सामने आया है कि सिर्फ एक छोटा ग्लास वाइन या बियर जिसमे 10 प्रतिशत से भी कम एल्कोहल है वो पांच प्रतिशत तक प्री-मीनोपॉज ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ा सकता है और पोस्ट-मीनोपॉज ब्रेस्ट कैंसर का 9 प्रतिशत तक खतरा बढ़ा सकता है।

रेगुलर एक्सरसाइज करने से प्री-मीनोपॉज ब्रेस्ट कैंसर का खतरा 17 प्रतिशत तक कम हो सकता है और पोस्ट-मीनोपॉज कैंसर का खतरा 10 प्रतिशत तक कम हो सकता है।

अमेरिकन इंस्टिट्यूट फॉर कैंसर रिसर्च के बेंडर कहते हैं कि टफ एक्सरसाइज रेगुलर करने से, सादा खाना खाने से और अगर एल्कोहल लेते हैं तो उसको सिर्फ एक ग्लास तक कंट्रोल करने से, सब्जियां जैसे गाजर और हरी सलाद खाने से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा कम हो सकता है।

यूएस नेशनल कैंसर इंस्टिट्यूट के मुताबिक एल्कोहल कई मायने में कैंसर होने का खतरा बढ़ाता है जिसमे से एक ब्लड में एस्ट्रोजन लेवल के बढ़ने से सेक्स हार्मोंस ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा बढाते हैं।