Skin care Tips for Holi: होली के बदलते मौसम के साथ रंगो का मौसम आता है। बदलते मौसम में जहां हमारी स्किन बेजान और रूखी हो जाती है वहीं होली के बाद स्किन से कलर्स को उतारने में साबुन का इस्तेमाल किया जाता है जिससे स्किन से सम्बंधित कई परेशानियां भी होने लगती है। कॉस्मेटोलॉजिस्ट और ऐल्प्स ब्यूटी अकेडमी की फाउंडर डॉ. भारती तनेजा का कहना है ऐसे में स्किन को हाइड्रेट करना बहुत जरूरी है, ताकि स्किन का मॉइश्चर लॉक हो सके। इसके लिए होली के बाद हाइड्रेटिंग फेशियल करवाना स्किन की ग्लो को बरकरार रखने का एक बढ़िया तरीका है। इससे स्किन का मॉइश्चर कंट्रोल रहने के साथ-साथ प्रदूषण की वजह से होनी वाली स्किन संबंधी प्रॉब्लम्स भी दूर रहती है। होली के बाद कुछ लोगों की स्किन डल होने के साथ-साथ ऑयली भी हो तो हाइड्रेट मास्क का इस्तेमाल किया जाता है जो वॉटर बेस्ड और मॉइश्चराइजर रिच इंग्रीडिएंट के साथ बने होते हैं।
कलर और साबुन के इफ़ेक्ट से स्किन रूखी-सूखी, खुरदरी, बेजान तो होती ही है साथ ही रूखेपन के कारण उसमे खुजली और जलन भी हो सकती है जिसका साफ मतलब है कि स्किन डिहाइड्रेट है और इसे नेचुरल मॉइश्चर की जरूरत है । लेकिन हाइड्रेटिंग फेशियल से स्किन के सैल स्क्ट्रेचर में सुधार होने लगता है। इससे स्किन को न्यूट्रिशियंस और विटामिन पूरी तरह से मिल जाते हैं। जिससे खुजली और जलन से राहत मिलती है। हाइड्रेटिंग फेशियल में मौजूद मिनरल, अमीनो ऐसिड और विटामिन सी त्वचा के संपर्क में आ कर उसे ऐक्सफौलिएट व रिफ्रैश करता है। इस में मौजूद ग्लोइक, लैक्टिक व सैलिक ऐसिड त्वचा के डैमेज सैल्स को ऐक्सफौलिएट करने के साथसाथ रिपेयर कर के स्किन को फ्रैश लुक भी प्रदान करता है.इस फेशियल से डेड स्किन सैल हट जाते हैं, जिससे नेचुरल मॉइश्चाइजर भी बरकरार रहता है। इससे ड्राईनेस, स्किन पर पड़े पैच हट जाते हैं और स्किन टोन में सुधार होता है।
होली के बाद सबसे बड़ी प्रॉब्लम पोर्स में जमा कलर बनता है। चाहे आप लिक्विड कलर से होली खेलें या ड्राई कलर से। ये स्किन के पोर्स में जम कर मुहांसों को जन्म देता है। अगर आपकी स्किन ऑयली है तो चेहरे पर जमा ऑयल इन कलर से मिल कर मुंहासों का कारण बनता है। लेकिन इस हाइड्रेटिंग फेशियल के बाद त्वचा की इस परेशानी छुटकारा मिल जाता है। इस फेशियल के बाद स्किन पोर्स पूरी तरह से क्लीन हो जाते हैं। इसके बाद कोई भी स्किन प्रॉडक्ट स्किन आसानी से ऑब्जर्व कर लेती है।
प्रोसीजर:
– सबसे पहले एक एक्टिव एंजाइम जेल से जेंटल एक्सफोलिएशन किया जाता है जो मृत त्वचा को हटाता है और सेलुलर रिजनेरशन को बढ़ावा देता है।
– इसके बाद एक कोलेजन रिपेयर सीरम द्वारा सर्कुलेशन प्रोसीजर की जाती है, जो सर्कुलेशन को इम्प्रूव करता है और लाइनों और झुर्रियों को शांत करता है।
– डीप हाइड्रेटिंग मास्क और मसाज द्वारा फेस स्किन को अंदर से मॉइस्चराइज किया जाता है और कोलेजन सिंथेसिस को बढ़ावा दिया जाता है।
– लगभग एक घंटे तक चलने वाली यह प्रोसीजर स्मूथ , शांत, सुरक्षित और दर्द रहित है, और इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं है।

