हेयरफॉल की कई वजह होती है और यह कई तरह का होता है। कई बार आपके कई बाल एक साथ अचानक अपनी जगह से उखड़ जाते हैं, तो कई बार बालों में महज हल्का सा हाथ लगाने से भी बाल गिर जाते हैं। कुछ का कारण स्ट्रेस भी होता है तो कुछ का स्कैल्प संबंधि समस्या। ऐसे में आपके लिए हेयरफॉल के लक्षणों को जानना बेहद जरूरी है।

पैच हेयर लॉस- इस स्थिति में बाल पैचिस यानी थोड़े से हिस्से से एक बार में गिरते हैं। उदाहरण के लिए सिर के पिछले हिस्से से बालों के झड़ने की शुरुआत होने को पैच हेयर लॉस कहा जा सकता है। एक्सपर्ट्सा का मानना है कि बढ़ती उम्र के अलावा, ज्यादा स्ट्रेस लेने की वजह से भी यह परेशानी होती है। तनाव के कारण बाल टूटने की बीमारी को एलोपेसिया अरेयटा नाम दिया गया है। इसके लक्षणों का पता लगा पाना आसान है। सिर के कुछ हिस्सों से बालों का टूटने से आप इस समस्या से जूझने का अंदाजा लगा सकते हैं।

फंगल इंफेक्शन- अगर आपको हेयरलॉस के साथ-साथ स्कैल्प पर खुजली, रैशिस या फिर लाल रंग के धब्बे हो रहे हैं तो यह फंगल इंफेक्शन होने के लक्षण हैं। इस स्थिति में आपको बालों के टूटने के साथ-साथ स्कैल्प संबंधि समस्याओं से भी जूझना पड़ता है। अगर आपको इस तरह के लक्षण महसूस हों तो बिना देर किए अपने डॉक्टर से सलाह लें।

स्टाइलिंग- बालों के डैमिज और टूटने के कारणों की बात की जाए तो स्टाइलिंग के साइड इफेक्ट्स भी उनमें से एक हैं। ज्यादा केमिकल्स का इस्तेमाल आपके बालों को नुकसान पहुंचाता है। इसके अलावा कई बार लंबे बाल रखने से भी हेयरफॉल की समस्या हो सकती है। लंबे बालों को बार-बार खीचने से या स्टाइलिंग से बाल डैमेज होते हैं और आगे चलकर हेयरफॉल का कारण बनते हैं। ऐसे में ज्यादा हार्श ट्रीटमेंट्स को एवोइड करके आप अपने बालों की उम्र लंबी कर सकते हैं।