बढ़ती उम्र का असर हमारी सेहत के साथ-साथ स्किन पर दिखाई देता है। यही वजह है कि 30 साल की उम्र तक पहुंचते-पहुंचते अधिकतर महिलाओं को त्वचा का रूखापन, चेहरे पर झुर्रियां और महीन रेखाएं जैसी समस्याएं परेशान करने लगती हैं, लेकिन क्या कभी आपने इसके पीछे की वजह जानने की कोशिश की है? क्या आप जानते हैं कि उम्र के साथ-साथ किसी भी व्यक्ति को त्वचा से जुड़ी ये समस्याएं क्यों होने लगती हैं? अगर नहीं तो इस लेख में हम आपको इसी के बारे में जानकारी देने वाले हैं। साथ ही जानेंगे कि 40 की उम्र में भी अपनी स्किन पर निखार को कैसे बरकरार रखा जा सकता है।

30 के बाद चेहरे पर क्यों दिखने लगती हैं झुर्रियां?

आपको बता दें कि ऐसा शरीर में मौजूद कोलेजन की कमी के चलते होता है। कोलेजन एक प्रोटीन है, जो ह्यूमन बॉडी में सबसे प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। ये हमारी मांसपेशियों, हड्डियों, टेंडन, लिगामेंट, अंगों, रक्त वाहिकाओं, त्वचा, आंतों की परत, बाल और अन्य संयोजी ऊतकों यानी कनेक्टिव टिशु में होता है। वहीं, हड्डियों को मजबूत, त्वचा को सुंदर, बाल को मुलायम और मांसपेशियों को ताकतवर बनाए रखने के लिए बॉडी में इस प्रोटीन की सही मात्रा का होना बेहद जरूरी है।

हालांकि, जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, वैसे-वैसे ही शरीर में कोलेजन कम होने लगता है। खासतौर पर मेनापॉज से गुजर चुकी महिलाएं इसकी कमी से सबसे ज्यादा जूझती हैं। कोलेजन की कमी का असर सबसे अधिक हमारी स्किन और हड्डियों पर दिखता है। यही वजह है कि 30 की उम्र के बाद खासकर महिलाओं को त्वचा से जुड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। साथ ही धीरे-धीरे उनकी हड्डियां भी कमजोर होने लगती हैं।

कैसे बरकरार रखें निखार?

40 की उम्र के बाद भी चेहरे पर निखार बरकरार रखने के लिए आप कोलेजन युक्त खाद्य पदार्थ खा सकते हैं। यहां हम आपको 5 ऐसे ही फूड बता रहे हैं।

टोफू

हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो कोलेजन 3 एमिनो एसिड ग्लाइसीन, लाइसीन और प्रोलीन से मिलकर बनता है। वहीं, टोफू में ये तीनों एमिनो एसिड्स अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं। इसके अलावा टोफू में जेनिस्टीन नामक प्लांट हार्मोन पाया जाता है जिससे कोलेजन प्रोडक्शन को बढ़ाने में मदद मिलती है। ऐसे में बढ़ती उम्र के साथ-साथ स्किन को हेल्दी बनाए रखने के लिए आप टोफू का सेवन कर सकते हैं।

खट्टे फल

कोलेजन बनाने के लिए विटामिन सी भी जरूरी है। वहीं, खट्टे फल जैसे संतरा, अंगूर आदि विटामिन सी से भरपूर होते हैं। ऐसे में ये भी लंबे समय तक आपको जवां बनाए रखने में मददगार साबित हो सकते हैं। इसके अलावा आप आंवला खा सकते हैं, इसमें भी विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। साथ ही आंवला में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो फ्री रेडिकल्स खत्म करने और त्वचा की जवां बनाने में असरदार हैं।

चना

जैसा की ऊपर जिक्र किया गया है कोलेजन ग्लाइसीन से भी मिलकर बना होता है। वहीं, चना ग्लाइसीन नामक एमिनो एसिड से भरपूर होता है। ऐसे में चने का सेवन भी त्वचा पर मौजूद फाइन लाइन्स को कम करने में आपकी मदद कर सकता है।

चिकन

चिकन में सबसे अधिक मात्रा में कोलेजन पाया जाता है। पब मेड सेंट्रल की एक रिपोर्ट के अनुसार, चिकन के कार्टिलेज और नेक में पर्याप्त मात्रा में कोलेजन पाया जाता है, यही वजह है कि गठिया पीड़ित मरीजों को इसे अधिक खाने की सलाह दी जाती है।

दूध

डेयरी प्रोडक्ट में जिंक की भरपूर मात्रा पाई जाती है। वहीं, जिंक एक ऐसा मिनिरल है जो शरीर में कोलेजन के उत्पादन को बढ़वा देता है। ऐसे में शरीर में कोलेजन की एक उचित मात्रा बनाए रखने के लिए आप डेयरी प्रोडक्ट्स जैसे दूध, दही, पनीर, मख्खन आदि को अपनी डाइट का हिस्सा बना सकते हैं।

Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।