अप्रैल फूल यानि के दोस्तों और परिवारवालों को बेवकुफ बनाने का दिन। इस दिन छोटे हो या बड़े सभी अपने दोस्तों को बेवकुफ बनाने के अलग-अलग तरीके ढूंढते हैं। यह बात तो हम सब जानते है की अप्रैल महीने की पहली तरीक को अप्रैल-फूल डे कहा जाता है। इस दिन सब एक दूसरे को बेवकूफ बनने का हर संभव प्रयास करते है। लेकिन क्या कभी आपने यह बात जानने की कोशिश की है की ऐसा क्यों किया जाता है। चलिए आज हम अप्रैल फूल से जुड़े तथ्यों के बारे में बताते हैं।
ऐसा माना जाता है कि 1392 जेफ्री चौसर कैंटरबरी टेल्स में अप्रैल फूल दिवस का सबसे पहला रिकॉर्ड दर्ज किया गया था।
कुछ इतिहासकारों का मानना है कि अप्रैल फूल की शुरूआत फ्रांस से हुई। हालांकि इस बारे में कुछ भी निश्चित नहीं है। इसके अलावा ऐसा भी माना जाता है कि इसकी 16वीं शताब्दी में कैलेंडर परिवर्तन के साथ हुई थी, जब पोप ग्रेगरी ने ग्रेगोरीयन कैलेंडर को अपनाया और इसके बाद नया साल 1 अप्रैल की जगह 1 जनवरी को स्थानांतरित हो गया।
प्राचीन रोम में एक दिन मजाक के रूप में मनाया जाता था जिसे हीलरिया कहा जाता था। इस लोग एक त्यौहार के रूप मे मनाते थे और इस प्राचीन रोम के लोग वीनस देवी की पूजा करते थे।
1998 में अप्रैल फूल के प्रैंक के रूप मे बर्गर किंग ने यूएसए टूडे में एक फुल पेज का एड प्रकाशित करवाया जिसमें उन्होंने अपने मेनू ने एक नया फूड आइटम लेफ्ट-हैंड व्हीप्पर एड किया।
स्कॉटलैंड में अप्रैल फूल डे को हंट द गोक्क डे कहा जाता था। गोक एक पुराने स्कॉटिश शब्द है जिसका का इस्तेमाल मुर्ख व्यक्ति के लिए जाता था। यहां एक पारंपिक शरारत के तौर पर एक मैसेज भेजा जाता था। यह खेल तब तक चलता रहता था जब वह किसी को समझ नहीं आ जाता था कि यह सब क्या चल रहा है।
फ्रांस के नारमेडी में 1 अप्रैल को जूलुस निकलता था, जिसमें एक घोड़ा गाड़ी में मोटे आदमी को बिठाकर घुमाया जाता था ताकि उसे देखकर सब मुस्कुराएं।
1 अप्रैल 1976 में बीबीसी रेडियो के खगोल के ज्ञाता पैट्रिक मूर ने रेडियो श्रोताओं से कहा था कि इस दिन सुबह 9:47 पर एक खगोलीय घटना होगी, गुरुत्वाकर्षण की दृष्टि से कम होगी। इस दौरान श्रोताओं को उस सटीक क्षण में हवा में कूदना था ताकि वह अस्थायी सनसनी को महसूस कर सकें।