युवराज सिंह लंबे समय बाद वनडे टीम में आए हैं और वे अच्‍छे रंग में नजर आ रहे हैं। वापसी के बाद दूसरे ही वनडे में उन्‍होंने शतक जड़ दिया। कोलकाता में इंग्‍लैंड के खिलाफ तीसरे मैच में भी उन्‍होंने 45 रन की उम्‍दा पारी खेली। लेकिन शुरुआत में वे थोड़े बैरंग दिखे। इसी दौरान जैक बॉल की 131 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आई बाउंसर उनकी छाती पर जाकर लगी। यह घटना भारतीय पारी के 10वें ओवर में हुई। गेंद का आघात काफी तेज और गहरा था। गेंद लगते ही युवी के हाथ से बल्‍ला छूट गया और वे दर्द से कराह उठे। इस चोट ने एकबारगी तो भारतीय बल्‍लेबाज के पैर उखाड़ दिए। चोट लगने के बाद अंपायर ने तुरंत युवी से उनका हाल जाना। नॉन स्‍ट्राइकर एंड पर खड़े कप्‍तान विराट कोहली भी युवराज के पास आए।

इंग्‍लैंड के खिलाड़ी भी इस घटना से सकते में आ गए। उन्‍होंने कोहली से बात भी की। कुछ देर तक युवराज सांस जुटाने में लगे रहे। इसी दौरान कोहली ने उनके पास जाकर हौंसला बढ़ाया और उन्‍हें चीयर किया। कुछ देर बाद ही युवराज बल्‍ला थामकर वापस अंग्रेजों की गेंदबाजी का सामना करने को तैयार हो गए। इस झटके के बाद वे पुराने रंग में नजर आए। उन्‍होंने कोहली के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए 65 रन जोड़े। युवराज ने पांच चौके और एक छक्‍का लगाया। लियाम प्‍लेंकेट की गेंद को उड़ाने के चक्‍कर में वे डीप मिडविकेट पर सैम बिलिंग्‍स के हाथों लपके गए। युवराज ने इस सीरीज में तीन मैचों में 70 की औसत से 210 रन बनाए हैं। वे भारत की ओर से अभी तक इस सीरीज में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्‍लेबाज हैं। कटक में खेले गए दूसरे वनडे में युवराज ने 150 रन की पारी खेली थी। यह उनके वनडे कॅरियर का सर्वोच्‍च स्‍कोर है।