साउथ अफ्रीका से वर्ल्ड टेस्ट चैंपियन फाइनल 2025 (WTC Final 2025) में ऑस्ट्रेलिया की हार के बाद उस्मान ख्वाजा और मार्नस लाबुशेन जैसे खिलाड़ियों पर सवाल उठे हैं। इस बीच ऑस्ट्रेलिया के कोच एंड्रयू मैकडोनाल्ड ने उस्मान ख्वाजा को इस साल के अंत में होने वाली एशेज सीरीज तक टीम का हिस्सा बने रहने का संकेत दिए हैं। सैम कोनस्टास के वेस्टइंडीज में टेस्ट सीरीज के लिए टीम में वापसी के बाद मार्नस लाबुशेन की जगह खतरे में है।

लॉर्ड्स में डब्ल्यूटीसी फाइनल में स्टीवन स्मिथ की उंगली की चोट के कारण लाबुशेन को मौका मिल सकता है, लेकिन अब वह ड्रॉप होने वाली स्थिति में आ गए हैं। चयनकर्ता स्मिथ की चोट पर स्पष्टता आने के बाद अगले 48 घंटों में तय करेंगे कि टीम में बल्लेबाजी को मजबूत करने की जरूरत है या नहीं, लेकिन अब शायद ही 19 वर्षीय कोनस्टास प्लेइंग 11 से बाहर रहें।

म्यूजिकल चेयर जैसी स्थिति

मुख्य कोच एंड्रयू मैकडोनाल्ड ने ओपनिंग में स्थिरता को लेकर कहा, ” इस टेस्ट मैच से पहले इस पर काफी चर्चा हुई थी और मैंने कुछ हफ्ते पहले ही ओपनिंग कॉम्बिनेशन को लेकर बात की थी। हमने म्यूजिकल चेयर जैसी स्थिति का सामना किया है इसलिए शायद अब समय आ गया है।”

27.82 का औसत

लाबुशेन को लॉर्ड्स में ख्वाजा के साथ पारी की शुरुआत करने के लिए भेजा गया था। पहली बार उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में यह भूमिका निभाई। नंबर 3 पर कैमरन ग्रीन खेले। लाबुशेन ने 17 और 22 के स्कोर के साथ उन्हें डब्ल्यूटीसी साइकल में 27.82 के औसत से रन बनाए।

45-46 का औसत वाला खिलाड़ी महत्वपूर्ण

मैकडोनाल्ड ने लाबुशेन को लेकर कहा, “वह टीम के भविष्य का एक बड़ा हिस्सा है। उस उम्र में टेस्ट क्रिकेट में 45, 46 का औसत रखने वाला कोई भी खिलाड़ी महत्वपूर्ण है। हमारे पास ऐसे पुराने खिलाड़ी हैं, जो अंतिम पड़ाव पर हैं। हमारे पास कुछ युवा खिलाड़ी हैं, जो जगह बना रहे हैं।”

बड़े स्कोर बनाने से चूके

मैकडोनाल्ड ने लाबुशेन को लेकर कहा, “अगर वह अगले चार या पांच सालों तक अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो वह उस बल्लेबाजी क्रम को मजबूती दे सकते हैं। लेकिन फिलहाल वह प्रदर्शन से निराश होंगे। वह बड़े स्कोर बनाने से चूके हैं, लेकिन हमें विश्वास है कि वह सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकते हैं और इसलिए हम उन्हें चुनते रहे। हमें यह सोचना होगा कि कब उन्हें चुनना बंद करें?”

कभी न कभी ड्रॉप होना पड़ता है

मैकडोनाल्ड ने लाबुशेन को लेकर कहा, “मुझे लगता है कि अपने सफर के दौरान ज्यादातर खिलाड़ियों को किसी न किसी समय टीम से ड्रॉप होना पड़ता है। मुझे लगता है कि यहां उनका सप्ताह सकारात्मक रहा, जहां उन्होंने सही चीजों पर काम किया और शानदार तैयारी की। मार्नस से ज्यादा मेहनत करने वाला कोई नहीं है। अब बस रिटर्न मिलने का इंतजा है। इस समय वह निराश होंगे।”

सवाल उठने पर भी ख्वाजा को मौका

ख्वाजा ने तीन टेस्ट पहले श्रीलंका के खिलाफ अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ 232 रन की पारी खेली थी, लेकिन लॉर्ड्स में कगिसो रबाडा ने दो बार आउट करके उनकी तेज गेंदबाजी खास तौर पर अराउंड द विकेट से खेलने में दिक्कतों को उजागर किया। हालांकि, ऐसा लगता है कि उन्हें डेविड वार्नर की तरह सवाल उठने पर भी मौके दिए जाएंगे।

ख्वाजा पर क्या बोले मैकडोनाल्ड

ख्वाजा को लेकर मैकडोनाल्ड ने कहा, “उनके पास अनुबंध है। वह एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी हैं। वह हमें शीर्ष क्रम स्थिरता प्रदान करते हैं। हम अपने खिलाड़ियों को उनके सर्वश्रेष्ठ रूप में देखना पसंद करते हैं। इसमें कोई संदेह नहीं है कि कुछ विफलताओं के बाद लोग यह बात करने लगते हैं कि शायद यह अंत है। जिस तरह से वह ट्रेनिंग कर रहे हैं, जिस तरह से वह तैयारी कर रहे हैं, जिस तरह से वह आगे बढ़ रहे हैं, मुझे उनकी करियर खत्म होने का दिन नजर नहीं आ रहा।”

उस्मान अहम भूमिका निभाएंगे

ख्वाजा को लेकर मैकडोनाल्ड ने कहा, ” उन्होंने शील्ड क्रिकेट में पिछले सीजन में 100 बनाए। इसलिए मुझे लगता है कि उनको अभी भी मौका दिया जा सकता है। यह उनकी आंतरिक प्रेरणा और उनकी तैयारी के तरीके पर निर्भर करेगा। डेवी के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। जिस तरह से वह आगे बढ़े, उसमें हमने कुछ सकारात्मकता देखी। हमें पता था कि रन आने वाले हैं। हमें लगता है कि उस्मान अहम भूमिका निभाएंगे।”