Bajrang Punia vs Yogeshwar Dutt: बजरंग पूनिया और योगेश्वर दत्त एक ही अखाड़े से आते हैं और काफी करीब रहे हैं। बजरंग ने हमेशा योगेश्वर को अपना गुरु माना है। दोनों के बीच सम्मान का यह रिश्ता सालों पुराना है। हालांकि लगता है अब इसमें खट्टास आ गई है। शुक्रवार को योगेश्वर दत्त ने छह मिनट का वीडियो ट्वीटर शेयर किया जिसमें बजरंग पूनिया समेत कई बड़े रेसलर्स के खिलाफ काफी कुछ कहा है।
तदर्थ समिति के फैसले से खुश नहीं है योगेश्वर
रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया का काम देख रही तदर्थ (एड-हॉक) समिति ने गुरुवार को अहम फैसला सुनाते हुए धरने पर बैठे पहलवानों को एशियन गेम्स के ट्रायल्स में छूट दी। इन सभी पहलवानों को अगस्त में ट्रायल्स देने होंगे जहां वह बाकी ट्रायल्स के विजेताओं के खिलाफ केवल एक मैच खेलेंगे। बजरंग पूनिया का नाम भी इन खिलाड़ियों में शामिल हैं। ट्रायल्स में छूट का फैसला बजरंग के गुरु कहे जाने वाले योगेश्वर दत्त को बिलकुल पसंद नहीं आया और उन्होंने इसे तानाशाही बता दिया।
पहलवानों को ट्रायल्स में छूट मिलने से नाराज योगेश्वर दत्त
योगेश्वर दत्त ने कहा, ‘समिति ने पता नहीं क्या सोचकर यह फैसला किया है। अगर आपको ऐसे ही ट्रायल्स लेने हैं तो दीपक पूनिया, अंशू मलिक, रवि दहिया, सोनम मलिक जैसे कई पहलवान हैं जो देश में नंबर वन हैं उन्हें भी दें। समिति ने केवल छह ही पहलवानों को छूट क्यों दी है यह मेरी समझ से परे है और यह सरासर गलत है। इससे पहले कि किसी फेडरेशन ने ऐसा नहीं किया जो फैसला आपने लिए है, बिना कोई नियम देखें और मापदंड बनाए।’
बजरंग ने पहलवानों के धरने पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा, ‘यौन शोषण के मामले के लिए धरने पर बैठे थे या फिर ट्रायल्स में छूट के लिए। मुझे तो यह भी पता चला कि इन खिलाड़ियों ने बकायदा एडहॉक समिति को खत लिखकर ट्रायल आगे बढ़ाने और छूट देने को कहा है। जो यौन शोषण के मामले में है वह कोर्ट में हैं जिसने कुछ किया है उसे सजा मिलेगी।’
योगेश्वर के लिए ट्रायल्स से हटे बजरंग पूनिया
साल 2016 में जब रियो ओलंपिक के लिए ट्रायल्स कराए गए तब योगेश्वर और बजरंग एक ही कैटेगरी में लड़ते थे। बजरंग तब योगेश्वर को मौका देने के लिए पीछे हट गए थे। उन्होंने कहा था कि योगेश्वर के खिलाफ ओलंपिक के स्थान के लिए भी नहीं लड़ना चाहते। योगेश्वर रियो गए थे लेकि पहले ही राउंड में बाहर हो गए थे।